लॉटरी के दौरान 24 में से बच गए वार्ड पहले की तरह सामान्य होकर अनारक्षित हो गए
इन्दौर। कल यूनिवर्सिटी ऑडिटोरियम में हुए वार्डों के आरक्षण के दौरान कई चेहरे मुरझाए तो कइयों के चेहरे खिल उठे। हालांकि 2 वार्ड पहले की तरह ही रहेंगे, जहां कोई परिवर्तन नहीं हो पाया है। कांग्रेस और भाजपा के साथ अन्य पार्टियों के दावेदार कल बड़ी संख्या में ऑडिटोरियम में मौजूद थे।
इस बार के आरक्षण में बड़ा फेरबदल हुआ है और कई दिग्गज पूर्व पार्षदों के क्षेत्र बदल गए है। उन्हें अब नए वार्ड में जाकर फिर से राजनीतिक बिछात बिछाना पड़ेगी। कईयों के टिकट इसलिए कट जाएंगे, क्योंकि उनके हिसाब से वार्ड के समीकरण नहीं बैठ पाएंगे। पिछली परिषद में मौजूद अधिकांश एमआईसी मेम्बरों को इस बार अपने वार्ड बदलकर दूसरी जगह से चुनाव लडऩा पड़ेगा। हालांकि ये पार्टी द्वारा टिकट दिए जाने के बाद ही तय होगा। कल लॉटरी के दौरान जब पुरूष वार्ड के आरक्षण के लिए 24 वार्डों के नंबर डाले गए थे और उसमें से 22 की लॉटरी निकालना थी। 22 वार्ड महिलाओं के निकलने के बाद जो बचे हुए वार्ड थे वे पूर्व की तरह होना थे। 22 वार्डों की लॉटरी निकलने के बाद 5 नंबर विधानसभा का 37 नंबर वार्ड और राऊ विधानसभा का 80 नंबर वार्ड आरक्षित होने से बच गया। यानि यह अनारक्षित ही रहा। इन दोनों वार्डों को पिछले चुनाव में भी सामान्य यानि अनारक्षित कर रखा था। 37 नंबर वार्ड में पार्षद संजय कटारिया हैं और जब उनका वार्ड इस बार अनारक्षित हो गया है तो उन्हें मोघे के नजदीकी होने के कारण यहीं से टिकट मिल सकता है। वहीं दूसरे वार्ड नंबर 80 में बलराम वर्मा पार्षद हैं। यह वार्ड भी इस बार अनारक्षित है इसलिए इस वार्ड में वर्मा फिर से चुनाव लड सकते हैं। वर्मा परिषद में जलकार्य समिति अध्यक्ष रह चुके हैं और पार्टी उन्हें इसी वार्ड से टिकट देती हैं तो वे यहीं से लड़ेंगे।
किसी विधानसभा के वार्ड में बढ़ीं तो किसी में घटी आरक्षित सीटें
1 और 4 नंबर में सबसे ज्यादा उठापटक
तीन नंबर में बढ़ी सामान्य सीटें
कल हुए वार्ड आरक्षण में इस बार सभी वार्डों में जोरदार उलटफेर हुआ है। सबसे ज्यादा 1 नंबर और चार नंबर विधानसभा में वार्ड प्रभावित हुए हैं तो 3 नंबर में सामान्य वर्ग की सीटें बढ़ी हैं।
1 नंबर विधानसभा में जहां पहले 6 सामान्य वार्ड थे वहां अब 3 वार्ड हो गए हैं। 3 सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए भी वार्ड आरक्षित हुए हंै। यही नहीं पिछड़ा वर्ग पुरूष के 5 और महिलाओं के 6 वार्ड हो गए हैं, जो पहले कम थे। 2 नंबर विधानसभा में सामान्य की दो सीटें बढ़ी हैं और ओबीसी में 1 सीट कम हुई है, वहीं अजा वर्ग की 6 सीटें हैं, लेकिन इनमें महिला-पुरूष की अदला-बदली हुई है। 3 नंबर विधानसभा में सामान्य वर्ग की सीटें बढ़ी है। पहले 1 अनारक्षित सीट थी, लेकिन अब 3 हो गई है। 4 नंबर विधानसभा में भी उलटफेर हुआ है और यहां सामान्य वर्ग की 7, महिला की 5 तथा पिछड़ा वर्ग को 1 सीट मिली है। 5 नंबर में महिलाओं की सीटें बढ़ी हैं तो राऊ में ज्यादा फेरबदल नहीं हो पाया।
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