हैम्पशायर। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज डेविड विले को पिछले साल इंग्लैंड के मेजबानी में खेले गए एकदिनी विश्व कप से ठीक पहले इंग्लिश टीम से बाहर कर दिया था। विले ने कहा कि वह अंतिम समय पर विश्व कप टीम से बाहर जाने के बाद वह दोबारा मौका मिलने को लेकर आश्वस्त नहीं थे।
विले को विश्व कप से ठीक पहले टीम से हटा दिया गया था और उनके स्थान पर जोफ्रा आर्चर को टीम में चुना गया था। हालांकि आयरलैंड के खिलाफ तीन एकदिवसीय मैचों की श्रृंखला के पहले मैच में उन्होंने पांच विकेट लेकर अपनी वापसी का जश्न मनाया। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
मैच के बाद विले ने कहा, “मैं चार साल से टीम का हिस्सा था, इसलिए आखिरी समय पर विश्व कप टीम से बाहर हो जाना मेरे लिए मुश्किल था। मेरे लिए यह मैदान पर जाकर हर एक पल का आनंद लेने की बात है। हर मौका आखिरी मौका हो सकता है।”
उन्होंने कहा, “जब मैं लुत्फ उठाता हूं तो मैं अपनी सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलना चाहता हूं। उम्मीद है कि परिणाम आते रहें।”
उल्लेखनीय है कि डेविड विले के पांच विकेटों की बदौलत इंग्लैंड ने शुक्रवार को यहां पहले एकदिवसीय मैच में आयरलैंड को छह विकेट से हरा दिया।डेविड विले ने 8.4 ओवर में 30 रन देकर 5 विकेट लिए।
इससे पहले इंग्लैंड के कप्तान मॉर्गन ने टॉस जीता और आयरलैंड को बल्लेबाजी का न्योता दिया। उनका यह फैसला सही साबित हुआ और आयरलैंड की पूरी टीम 44.4 ओवर में 172 रन पर पवेलियन लौट गई। टीम के सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए।
जवाब में इंग्लैंड ने 27.5 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया। (एजेंसी, हि.स.)
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