वॉशिंगटन । अमेरिकी संसद की एक कमेटी ने एक अहम प्रस्ताव पास किया है. जिसके तहत अमेरिका में महात्मा गांधी, मार्टिन लूथर किंग जूनियर की विरासत को आगे बढ़ाया जाएगा और युवाओं में उनके संदेशों को सही तरीके से स्थापित किया जाएगा.
बतादें कि अमेरिका की सिविल राइट्स आइकन माने जानेवाले जॉन लुइस का निधन हाल ही में हुआ है, इस मौके पर अमेरिकी संसदीय कमेटी की ओर से ये प्रस्ताव पास किया गया है. जिससे कि उनके विचारों को सभी के बीच साझा किया जा सके। इस प्रस्ताव का समर्थन भारतीय मूल के अमेरिकी कांग्रेसमैन एमी बेरा ने भी किया, जिसके बाद हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी ने गांधी-किंग एक्सचेंज एक्ट को मंजूरी दी. जिसके तहत भारत और अमेरिका में महात्मा गांधी, मार्टिन लूथर किंग जूनियर के बारे में अधिक पढ़ाया जाएगा.
प्रस्ताव में कहा गया कि जॉन लुइस ने समाज के लिए लड़ाई लड़ी, वो सिर्फ अमेरिका ही नहीं बल्कि दुनिया में एक हीरो थे. उन्होंने मानवता, समानता और न्याय के लिए आवाज उठाई. जैसे महात्मा गांधी, मार्टिन लूथर किंग ने समाज के लिए काम किया, वही जॉन ने किया ऐसे में ये जरूरी है कि हम आने वाली पीढ़ी को इनके बारे में बताएं. इस प्रस्ताव के तहत अब दोनों देशों की सरकार की ओर से राष्ट्रीय सिलेबस में दोनों हस्तियों के बारे में पढ़ाया जाएगा.
इसके बाद अब गांधी दर्शन के लिए स्कूली विद्यार्थियों के बीच अध्ययन का रास्ता बन गया है। अब अमेरिका के बच्चे भी जान सकेंगे कि अहिंसा को भी अपनी नीतिगत बातें एवं सत्य बातें मनवाने के लिए एक अस्त्र के रूप में प्रयोग किया जा सकता है, जैसा कि भारतीय स्वतंत्रता आन्दोलन में महात्मा गांधी के आन्दोलनों को देखकर पता चलता है।
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