कॉर्पस क्रिस्टी (अमेरिका)। तट पर बवंडर के रूप में उठने के एक दिन ऊष्णकटिबंधीय तूफान ‘हन्ना’ के कारण रविवार को टेक्सास खाड़ी तट पर भारी बारिश हुई। कोरोनावायरस के बढ़ते मामलों से जूझ रहे क्षेत्र में यह तूफान बर्बादी का सबब लेकर आया है, जहां तेज हवाओं और मूसलधार बारिश ने नौकाएं तबाह कर दीं, सड़कों पर बाढ़ आ गई और बिजली आपूर्ति ठप हो गई। बिहार में आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली गिरने से 83 लोगों की मौत, PM मोदी ने जताया दु:ख
राष्ट्रीय तूफान केंद्र ने बताया कि तूफान ‘हन्ना’ करीब 85 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अमेरिका-मेक्सिको सीमा के ऊपर से गुजरा। इसके कारण से दक्षिणी टेक्सास और उत्तर-पूर्वी मेक्सिको के कुछ हिस्सों में 30 सेंटीमीटर से अधिक वर्षा हुई।
सीमा पर रहने वाले समुदाय जिनकी स्वास्थ्य व्यवस्था पहले से ही कोविड-19 के मामलों के बोझ तले दबी हुई है, वे अब 2020 के अटलांटिक मौसम के पहले तूफान के प्रकोप से घिरे हैं। टेक्सास के हिडाल्गो काउंटी के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. इवान मेलेंडेज अस्पताल में एक मरीज का इलाज कर रहे थे, जब उन्होंने और एक नर्स ने देखा कि पानी अस्पताल के भीतर घुस आया है।
यह पानी उस रोशनदान से बहकर आ रहा था जिसमें अस्पताल में वायरस का प्रसार रोकने के लिए एक पंखा लगाया गया था। मध्यरात्रि में तूफान के बीच घर पहुंचने के बाद मेलेंडेज टूटे हुए पेड़ों और बिजली गुल होने की वजह से रविवार सुबह अपने घर में फंस गए। मरीज को वेंटिलेटर पर कहां रखना है, यह बताने के लिए उन्हें फोन का इस्तेमाल करना पड़ा, क्योंकि वे अस्पताल नहीं जा पा रहे थे।
रेडक्रॉस के टेक्सास खाड़ी तट चैप्टर के सीईओ हेनरी वेन डे पुटे ने कहा कि आप लोगों की आंखों में देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि वे हताश हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को वायरस के डर के चलते मदद मांगने में देरी नहीं करनी चाहिए। पुट्टे ने कहा कि हां, कोरोनावायरस के कारण खतरा है, लेकिन साथ ही बाढ़ के पानी, बिजली नहीं होने और दवा नहीं होने से भी है।
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