जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस की ओर से चलाए गए स्पीक अप डेमोक्रेसी प्रोग्राम के बहाने केन्द्र सरकार और भाजपा के केन्द्रीय नेतृत्व पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट के साथ वीडियो संदेश जारी कर कहा कि आज पूरा मुल्क चिंतित है, क्योंकि डेमोक्रेसी खतरे में है। स्पीक अप डेमोक्रेसी प्रोग्राम जो चलाया गया इसके मायने हैं, इसका अपना सन्देश है, उसको एक तरफ आम जनता को भी समझना पड़ेगा और दूसरी तरफ जो हुकूमत में हैं उनको भी समझना पड़ेगा। आज जिस प्रकार का माहौल देश के अंदर है वो चिंताजनक है।
वीडियो संदेश में गहलोत ने कहा कि विधानसभा में जाने के लिए राज्यपाल अनुमति देते है। हमेशा विपक्ष मांग करता हैं, लेकिन राजस्थान में सरकार मांग कर रही है। अभी तक उसका जवाब नहीं आया है। राज्यपाल कलराज मिश्र बहुत पुराने राजनीतिज्ञ भी है, व्यवहार कुशल है। उनके पद की बड़ी गरिमा है। उनका संवैधानिक पद है। उम्मीद है कि वे जल्द ही हमें सत्र बुलाने की अनुमति देंगे। कोरोना को लेकर राज्यपाल मिश्र खुद चिंतित है।
गहलोत ने कहा कि कोरोना को लेकर राज्य सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की राज्यपाल ने खुद सराहना की है। इसी मुद्दे पर कल उनका संदेश आया, सरकार को अच्छा लगा। हम असेम्बली में भी कोरोना और लॉकडाउन की वजह से खराब हुई आर्थिक स्थितियों पर चर्चा करना चाहते हैं। पक्ष-विपक्ष के सहयोग से राजनीतिक चिंतन करेंगे। सरकार को आमजन का सहयोग लेकर कोरोना की लड़ाई जीतनी है। लोगों का जीवन बचाना है। प्रधानमंत्री ने भी कहा था कि केन्द्र व राज्य सरकारें मिलकर कोरोना से लड़ाई लड़ें।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी आगे के समय में क्या रूप लेगी, कोई नहीं जानता। ऐसे वक्त में भी भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र की हत्या कर रही है। कर्नाटक, मध्यप्रदेश की सरकारें गिरा दी। आजादी के बाद देश की खातिर इंदिरा गांधी-राजीव गांधी की जान चली गई। कांग्रेस के बेहतरीन शासनकाल के कारण देश में लोकतंत्र मजबूत नहीं होता तो नरेन्द्र मोदी पीएम नहीं बन पाते। उन्हें सोचना पड़ेगा कि चुनी हुई सरकारों को गिराने का इरादा छोडऩा होगा, वरना देश की जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी। (एजेन्सी, हि.स.)
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved