गुवाहाटी । राज्य में बाढ़ की स्थिति में सुधार के आसार दिखाई देने आरंभ हुए है। रविवार को भी बाढ़ से 23 जिले प्रभावित रहे।
धीरे-धीरे बाढ़ का प्रभाव धीरे-धीरे कम होने लगा है। उल्लेखनीय है कि राज्य में 22 मई से बाढ़ के हालात जो बने, वह धीरे-धीरे कम होने लगे हैं। हालांकि, बीच-बीच में स्थिति गंभीर हो गई थी। बाढ़ के कारण राज्य में काफी नुकसान हुआ है।
केंद्रीय जल आयोग की ओर जारी आंकड़ों के अनुसार निमातीघाट (जोरहाट), तेजपुर (शोणितपुर), ग्वालपारा, धुबरी में ब्रह्मपुत्र नद; नुमालीगढ़ (गोलाघाट) में धनसिरी; एनटी रोड क्रॉसिंग (शोणितपुर) में जिया भराली; धरमतुल (नगांव) में कपिली; रोड ब्रिज (बरपेटा) में बेकी; करीमगंज में कुशियारा नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार असम के धेमाजी, शोणितपुर, बिश्वनाथ, दरंग, बाक्सा, नलबाड़ी, बरपेटा, चिरांग, बंगाईगांव, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सालमारा, ग्वालपारा, कामरूप, कामरूप (मेट्रो), मोरीगांव, नगांव, गोलाघाट, जोरहाट, माजुली, शिवसागर, चराईदेव और डिब्रूगड़ आदि जिला के 66 राजस्व सर्किल के 2265 गांवों के 24,76,431 लोग प्रभावित हुए हैं।
23 जिलों के 1,12,667.06 हेक्टयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई है। बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए 457 राहत शिविर बनाए गए हैं। राहत शिविरों में कुल 45,912 व्यक्ति रह रहे हैं। बाढ़ में रविवार को 05 व्यक्तियों की मौत हो गई। राज्य में गत 22 मई से आरंभ बाढ़ में अब तक कुल 101 लोगों की मौत हुई है। बाढ़ के चलते 8,87,518 बड़े जानवर, 4,56,779 छोटे जानवर तथा 8,99,157 पोल्ट्री बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। जबकि, 121 घरों को भी नुकसान हुआ है।
बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ, सर्किल अधिकारी, स्थानीय नागरिक, आईडब्ल्यूटी की टीमों को तैनात किया गया है। रविवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों में 101 नावों को राहत पहुंचाने के लिए तैनात किया गया था। बाढ़ में फंसे 188 लोगों को बाहर निकलाकर सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है। बाढ़ प्रभावितों के बीच सरकार की ओर से 3592.01 क्वींटल चावल, 661.30 क्वींटल दाल, 189.68 क्वींटल नमक, 1256.34 लीटर सरसों का तेल के अलावा अन्य सामग्रियों का वितरण किया गया है। बाढ़ के चलते कई सड़कें, बांस व आरसीसी के कई पुलों को भी नुकसान पहुंचा है।
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