फल व्यापारियों के लाखों रुपए फंसे, अब आम और केले का सीजन खत्म होने को
इन्दौर। प्रदेश की सबसे बड़ी चोइथराम मंडी कल से भी नहीं खुल सकेगी। इधर व्यापारियों की उलझन और बढ़ गई है और उप्र, बिहार सहित अन्य राज्यों के किसानों को वे एडवांस पेमेंट कर चुके हैं और उनके लाखों रुपए फंस गए हैं।
विशेष शर्तों के आधार पर जिला प्रशासन ने चोइथराम सब्जी मंडी को खोलने की अनुमति दी। इस दौरान यहां आम दिनों की भांति ही भीड़ जुटी रही। व्यापारियों के साथ-साथ यहां खरीदारी करने आए लोगों ने भी नियमों का पालन नहीं किया। लिहाजा कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकरण को देखते हुए जिला प्रशासन ने 22 जुलाई तक मंडी बंद करने का आदेश जारी कर दिया, जिसकी मियाद कल तक जारी थी, लेकिन प्रशासन ने मंडी को खोलने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि कल से भी मंडी नहीं खुल पाएगी। यहां के व्यापारियों का कहना है कि 5 अगस्त तक आम और केले का सीजन चलेगा। मंडी बंद होने के कारण कई व्यापारियों ने बाहर दिए गए आर्डर को कैंसल करा दिया। चूंकि सीजन शुरू होने से पहले ही किसानों को एडवांस में राशि देना पड़ती है, लिहाजा कई व्यापारियों ने कर्जा लेकर किसानों को एडवांस दिया और इनका पैसा उलझ गया है। व्यापारियों के अनुसार शहरभर में फल बिक रहे हैं, मगर मंडी कम होने के कारण दामों में बढ़ोतरी हुई है। मंडी के अधिकारियों के अनुसार फल और आलू-प्याज की मंडी कल से शुरू की जा सकती है। मगर आगामी आदेश तक 385 खेरची ओटले वालों को सब्जी बेचने की अनुमति नहीं रहेगी, मंडी खुलने को लेकर स्थिति आज शाम तक स्पष्ट होगी।
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