नई दिल्ली। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पूर्वी लक्ष्मी मार्केट में तोड़े गए मकानों का दौरा करके लोगों के प्रति झूठी सहानुभूति जताकर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सच किसी से छिपा नहीं है कि उनकी सरकार की अनदेखी के कारण ही ये मकान तोडे़ गए हैं।
अनिल कुमार ने जारी बयान में कहा कि शुक्रवार मुख्यमंत्री केजरीवाल के दौरे से स्पष्ट हो गया कि दिल्ली सरकार इन गरीबों को मुआवजा देने के प्रति कितनी संवेदनहीन है। मुख्यमंत्री ने अपने दौरे में यहां के लोगों के पुनर्वास के संबध में कोई आश्वासन नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री दौरा कर रहे थे, उस समय दिल्ली सरकार के इशारे पर ध्वस्त मकानों का मलबा निगम कर्मचारियां द्वारा हटाया जा रहा था।
इसी के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को पत्र लिखकर इनका पुनर्वास सुनिश्चित करने की मांग की है। साथ ही अस्थायी तौर पर ट्रांजिट कैम्प में रहने और खाने की व्यवस्था और प्रभावित लोगों के लिए तुरंत उचित मुआवजे की राशि की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह लोग ईस्ट लक्ष्मी मार्केट में 1962 से रह रहे हैं और इनके पास 1982 से यहां रहने के साक्ष्य हैं। उन्होंने कहा कि गरीब लोगों के मकानों को गैर कानूनी तरीके से तोड़ा गया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्वी लक्ष्मी मार्केट में अवैध मकानों को तोड़े जाने के बाद शुक्रवार को पीड़ितों से मिलने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पहुंचे। यहां पर उन्होंने पीड़ितों से बातचीत भी की थी। (एजेन्सी, हि.स.)
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