लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लोकभवन के सामने अमेठी की मां-बेटी द्वारा आत्मदाह किए जाने की घटना के बाद से हड़कंप मचा हुआ है। एक तरफ अमेठी में एसओ सहित 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं दूसरी तरफ अब लखनऊ पुलिस ने मामले के पीछे साजिश होना बताया है और मामले में एमआईएम और कांग्रेस नेता सहित 4 के खिलाफ आपराधिक साजिश में एफआईआर लिखी गई है।
लखनऊ पुलिस के कमिश्नर सुजीत पांडेय ने बताया कि शुक्रवार शाम लोक भवन के गेट-3 पर 2 महिलाओं ने खुद को आग लगाने की कोशिश की। दोनो मां-बेटी को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों की हालत चिंता से बाहर है। इस संबंध में 9 मई 2020 को अमेठी में 2 एफआईआर लिखी गई थी। अमेठी में गुड़िया ने अर्जुन और 3 अन्य के खिलाफ एफआईआर लिखाई थी। कल रात जो साक्ष्य मिले हैं, उनमें षड्यंत्र का पता चला है। इस षड्यंत्र में मां-बेटी को उकसाने का मामला है। इस मामले में 4 लोगों पर एफआईआर हुई है। अमेठी में एमआईएम और कांग्रेस के नेताओं का नाम सामने आया है। आसमां और सुल्तान नाम के भी 2 लोगों का नाम षड्यंत्र में शामिल है। इन चारों ने इन दोनों मां-बेटी को आत्मदाह के लिए प्रेरित किया। पहले ये दोनों कांग्रेस कार्यालय गए और अनूप पटेल से बात कराई। आसमां और एमआईएम के नेता कदीर खान को अरेस्ट किया गया है। अमेठी और लखनऊ पुलिस की टीम बाकी लोगों को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि लोकभवन पर उस समय तैनात 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। महिला को आग लगाने में रोकने में नाकाम रहने पर ये कार्रवाई की गई है। लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने कहा कि हमने इस संबंध में 4 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार घटना से पूर्व दोनों महिलाएं कांग्रेस दफ्तर जाकर अनूप पटेल से मिली भी थीं। यही नहीं अनूप पटेल ने एक बड़े चैनल के पत्रकार को फोन करके कवरेज करने की बात कही थी। पत्रकार ने पुलिस को इस बात की जानकारी दी कि अनूप पटेल ने फोन करके पूरे मामले की जानकारी दी थी। उधर अमेठी में भी इस मामले को लेकर एक्शन शुरू हो गया है। मामले में अमेठी की एसपी को अफसरों ने फटकार लगाई है। इसके बाद डीएम और एसपी ने पीड़ित परिवार के गांव जाकर मामले की जानकारी की। मामले में जामो थाने के एसओ सहित 4 पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए गए हैं।
इस मामले में सियासत भी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी सरकार में गरीबों की कोई सुनवाई नहीं है। सपा कार्यकाल में बनवाए गए लोकभवन को लेकर उन्होंने कहा कि सपा ने लोकभवन इसलिए बनवाया था कि जहां बिना भेदभाव आम जनता अपनी शिकायतों के निवारण के लिए जा सके। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि जमीन विवाद प्रकरण में अमेठी जिला प्रशासन से न्याय न मिलने पर मां-बेटी को लखनऊ में सीएम कार्यालय के सामने आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ा। यूपी सरकार इस घटना को गम्भीरता से ले तथा पीड़ित को न्याय दे व लापरवाह अफसरों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना पुनः न हो।
बता दें कि शुक्रवार शाम राजधानी लखनऊ में लोकभवन के सामने आज उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अमेठी की रहने वाली एक मां-बेटी ने आत्मदाह का प्रयास किया, जिसमें मां साफिया 80 प्रतिशत से अधिक जल गई है जबकि बेटी गुड़िया लगभग 20 फीसदी जल गई है। मां-बेटी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। दोनों अमेठी के जामो नगर की रहने वाली हैं। रिपोर्ट के मुताबिक मां-बेटी अमेठी के जामो थानाक्षेत्र के कस्बे की रहने वाली हैं। दरअसल 9 मई को गुड़िया का अपने पड़ोसी अर्जुन साहू से नाली का विवाद हुआ था और गुड़िया की तहरीर पर जामो थाने में अर्जुन साहू समेत 4 लोगों के खिलाफ धारा 323, 354 में मुकदमा दर्ज किया था। वहीं विपक्षी अर्जुन साहू की तहरीर पर गुड़िया पर भी धारा 323, 452, 308 में मुकदमा दर्जकर मामले की जांच हो रही थी।
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