हैदराबाद। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने क्वॉरंटीन किए जाने वाले लोगों की निगरानी के लिए एक सॉफ्टवेयर टूल ‘संपर्क’ बनाया है। इस सॉफ्टवेयर को तेलंगाना इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एसोसिएशन के साथ पार्टनरशिप में बनाया गया है। दोनों ही संगठनों ने सॉफ्टवेयर के स्वचालित प्रबंधन पर हस्ताक्षर किए हैं।
ये ‘संपर्क’ नाम का सॉफ्टवेयर क्वॉरंटीन या आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों पर नजर रखने में मदद करेगा। नियमों का उल्लंघन करने पर सॉफ्टवेयर तुरंत ही अधिकारियों को अलर्ट कर देगा। इससे स्वास्थ्य कर्मचारियों पर का कार्यभार कम करने में मदद मिलेगी। सबसे पहले कोरोना संक्रमित के स्मार्टफोन में एक ऐप डाउनलोड करनी होगी। इस ‘संपर्क’ ऐप के जरिए हर 10 मिनट में कोविड-19 के संर्वर पर एक मैसेज जाएगा। इसके लिए मरीजों से कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं लिया जाएगा, स्वास्थ्य अधिकारी या स्थानीय प्रशासन को सिर्फ एक कंप्यूटर की आवश्यकता होगी। इस ऐप में मरीजों का नाम, फोन नंबर, ईमेल आईडी, आईएमईआई, क्वॉरंटीन वाली जगह का एड्रेस, क्वॉरंटीन का समय सबकुछ फीड रहेगा। अधिकारी अपनी आवश्यकता के अनुसार मरीज से सेल्फी संपर्क ऐप के जरिए सर्वर पर मंगवा सकेंगे।
भारत और यूरोपीय संघ ने स्वास्थ्य सुरक्षा और महामारी संकट, विशेषकर कोविड-19 से निपटने में सहयोग बढ़ाने का बुधवार को संकल्प लिया है। साथ ही दोनों पक्षों ने महत्वपूर्ण चिकित्सा आपूर्ति का निरंतर प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। दोनों पक्षों ने 15वें ईयू-भारत सम्मेलन में कोविड-19 से निपटने के वैश्विक प्रयासों पर चर्चा की।
भारतीय पक्ष का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जबकि यूरोपीय संघ (ईयू) के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स माइकल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वो डेर लेयेन ने किया। सम्मेलन के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि नेताओं ने भविष्य के कोविड-19 टीके को आम वैश्विक वस्तु बनाने का आह्वान किया। साथ ही भारत तथा यूरोपीय संघ के बीच स्वास्थ्य सुरक्षा और महामारी विशेषकर कोविड-19 से निपटने को लेकर सहयोग बढ़ाने पर सहमति जतायी।
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