भोपाल। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि संकट में अमेरिका जैसे देश में लाखों लोग भगवान को प्यारे हो गए, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी देश में लॉकडाउन लगाकर लोगों की जान बचा ली। सिंधिया ने कोरोना संक्रमण के बहाने पूर्व प्रधानमत्री इंदिरा गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि एक तरफ वह लोग हैं, जिन्होंने देश में इमरजेंसी लगाई थी। इन्होंने प्रजातंत्र पर लॉकडाउन लगा दिया था। दूसरी तरफ हमारे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने लोगों की जान बचाने के लिए देश में लॉकडाउन लगाया। दोनों में यही अंतर है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ के पास कोरोना की बैठकों के लिए समय नहीं था, आईफा के लिए समय था। दूसरी तरफ 23 मार्च को शपथ लेने के बाद हमारे मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अकेले ही कोरोना से लड़ाई लड़ी। सिंधिया ने कहा कि लोग यह कह सकते हैं कि आप भी तो कांग्रेस में थे, अब आपातकाल का विरोध क्यों? मैं इन लोगों को स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैंने कांग्रेस में रहते हुए भी आपातकाल का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि कमलनाथ सरकार ने अपने वचन पत्र का एक भी वचन पूरा नहीं किया। जब उन्हें याद दिलाया तो कहने लगे कि सड़क पर उतर जाओ। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि जब जब भी प्रदेश की जनता, किसानों, युवाओं और महिलाओं के साथ अन्याय होगा, तो मैं सड़क पर उतर कर ही रहूंगा चाहे कुछ भी हो जाए। श्री सिंधिया ने कहा कि इन भ्रष्टाचारियों ने अपनी 15 महीने की सरकार में जो करके नहीं दिखाया वह काम शिवराज सरकार ने 90 दिनों में कर दिया। किसानों को फसल बीमा के 2990 करोड़ रुपए दिलाए संबल योजना फिर से शुरू कि मैं कृषि मंत्री कमल पटेल और मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मेरे कहने पर समर्थन मूल्य पर खरीदी की समय सीमा बढ़ाई जिससे किसानों को काफी फायदा हुआ। श्री सिंधिया ने कहा कि यह किसानों की हितैषी सरकार है। उन्होंने कहा कि शिवराज सरकार ने आगर मालवा जिले और प्रदेश में विकास के कई काम किए और मैं आप लोगों से कहना चाहता हूं कि अगर विकास चाहिए तो भाजपा के हाथ मजबूत करें। उन्होंने कहा कि यह साधारण चुनाव नहीं है बल्कि यह भविष्य का निर्माण करने वाला चुनाव है। यह आपको तय करना है कि आपको अपना भविष्य वापस उन भ्रष्टाचारियों के हाथों में देना है या भारतीय जनता पार्टी के हाथों में देकर अपने भविष्य को संवारना है।
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