नई दिल्ली । मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार की जिस तरह से अचानक विदाई हुई, लग रहा है कि अब इसी तरह का घटनाक्रम राजस्थान में भी दोहराया जा सकता है। जिसमें कि राजस्थान की अशोक गहलोत की सरकार गिर सकती है। शनिवार रात से कांग्रेस के 24 विधायकों के हरियाणा के एक होलट में जाने की खबर सामने आ रही है। वहीं, कई विधायकों के मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर लिए हैं।
दरअसल, राजस्थान में तेजी से बदलते इस राजनितिक घटनाक्रम ने मध्य प्रदेश की यादें ताजा कर दी है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने जयपुर में देर रात बैठक की, सिजमें कि उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट समेत कई विधायक शामिल नहीं हो पायें। अब इसे ही यहां कांग्रेस में बगावत के रूप में देखा जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी पर सरकार गिराने का आरोप लगाया था। कांग्रेस के लगभग दो दर्जन विधायकों ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य की अशोक गहलोत सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। कांग्रेस के इन विधायकों ने शुक्रवार देर रात जारी एक संयुक्त बयान में यह आरोप लगाया। यह बयान विधानसभा में मुख्य सचेतक डा महेश जोशी एवं उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी के हस्ताक्षरों से जारी किया गया है। संयुक्त बयान में कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया गया है कि भाजपा खरीद फरोख्त एवं अन्य भ्रष्ट हथकंडों के माध्यम से राज्य की जनहितकारी कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रच रही है। इन विधायकों ने इसे भाजपा का कथित ‘अलोकतांत्रिक एवं भ्रष्ट आचरण’ करार दिया है।
बता दें कि वहां सीएम गहलोत और डेप्युटी सीएम सचिन पायलट के बीच आपसी खींचतान की चर्चा तेज है। सूत्रों के हवाले से आई एक रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार की रात हरियाणा के मानेसर में राजस्थान के 24 विधायक एक बड़े होटल में पहुंचे। राज्य विधानसभा में कुल 200 विधायकों में से कांग्रेस के पास 107 विधायक एवं भाजपा के पास 72 विधायक हैं। राज्य के 13 में से 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन भी कांग्रेस को है।
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