• img-fluid

    जालसाज महिला ने अलग-अलग आईडी तैयार कर तीन लोन लिए

  • July 10, 2020

    • पति के मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाकर लोन माफ करा लिए, कमला नगर पुलिस ने दबोचा

    भोपाल। कमला नगर पुलिस ने एक शातिर महिला और उसके साथी को पकड़ा है। आरोपी फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक से समूह लोन लेकर हड़पने का काम करते थे। गिरफ्तार महिला के पास से पुलिस ने उसकी तीन अलग-अलग नामों से बनी आईडी जब्त की हैं। तीनों दस्तावेजों के आधार पर आरोपिया ने समूह लोन लिए। बाद में पति का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र दिखाकर तीनों लोन माफ करा लिए। पुलिस दोनों आरोपियों से अन्य वारदातों के संबंध में पूछताछ कर रही है।
    एसआई कर्मवीर के अनुसार अंजना सिंह (40) निवासी जहांगीराबाद स्वयं को गृहणी बताती है। आरोपिया ने खुद की तीन अलग-अलग नाम से आईडी बनवा रखी हैं। तीनों में अलग-अलग नाम पते हैं तथा पति का नाम समान है। इन फर्जी आईडी के आधार अंजना ने तीन बैंको से पचास-पचास हजार रूपए का समूह लोन लिया। जिसे माफ कराने के लिए महिला ने पति का फर्जी मृत्यु सार्टेफिकेट बनवा लिया। इसी सार्टीफिकेट के आधार पर महिला ने तीनों लोन माफ कराए। इस बात की शिकायत पुलिस को मिली थी। सूचना के बाद में पुलिस ने आरोपी महिला की तलाश शुरु की थी। मुखबिर की सूचना के आधार पर महिला की गिरफ्तारी की गई। पूछताछ में उसने विजय बाबा नाम के व्यक्ति का नाम बताया। आरोपिया ने पुलिस का बताया कि विजय की मदद से ही वह जालसाजी किया करती थी। फर्जी दस्तावेज तैयार कराने से लेकर लोन दिलाने तक का काम विजय किया करता था। पुलिस ने अंजना की निशानदेही विजय को हनुमानगंज इलाका स्थित उसके निवास से दबोच लिया है। विजय स्वयं को आरटीआई एक्टिवस्ट बता रहा है। दोनों से पुलिस पूछताछ में जुटी है।

    ऐसे पुलिस की निगाह में आई महिला
    पूर्व में कमला नगर पुलिस ने फर्जी तरीके से मकान बेचने का प्रयास कर रहे दो युवकों को गिरफ्तार किया था। उक्त मकान काफी महंगा था, जिसके असल मालिक विदेश में हैं और महिला हैं। अंजना ने माकान की मालकिन के नाम फर्जी दस्वेज तैयार कराए, स्वयं को मकान मालकिन बताया और उसी के आधार पर रजिस्ट्री की कॉपी तहसील से निकवा ली। इसके बाद में साथियों की मदद से मकान के ग्राहकों को तलाशा और सौदा शुरू कर दिया। संदेह के आधार पर एक माकान के खरीददार ने पुलिस को सूचना दी थी। तब पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि अंजना फरार थी, उस समय वह ऐशबाग में रहती थी। रजिस्ट्री में लगे अंजना के फोटो के आधार पर पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी।

    पुलिस को धमकाया
    आरोपी विजय उर्फ बाबा बहद शातिर है। वह लोगों में दबाव बनाए रखने के लिए तमाम विभागों में आरटीआई लगाकर रखता था। स्मार्ट फोन के बजाए कीपेड मोबाइल का इस्तेमाल करता था। कस्टडी में लिए जाने के बाद पुलिस को अंजाम भुगतने की धमकी दे रहा है। वहीं पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ अन्य अपराध भी विभिन्न थानों में दर्ज कराए जाएंगे। विजय बाबा पूर्व में भी धोखाधड़ी के मामले में जेल जा चुका है। उसके घर से एक वकील की सील भी बरामद की गई है। जहांगीराबाद थाने में रहे एक टीआई के खिलाफ आरोपी विजय बाबा आरटीआई लगा चुका है। सूत्रों का दावा है कि टीआई ने उसका एक फर्जीवाड़ा पकड़ लिया था।

    नगर निगम और थाना प्रभारी की फर्जी सील सहित एहम दस्तावेज जब्त
    विजय के हनुमानगंज स्थित निवास में पुलिस ने दबिश दी। जहां से पुलिस को थाना प्रभारी जहांगीराबाद की फर्जी सील, नगर निगम के तमाम कार्यालय की फर्जी सील, तहसील के कुछ फर्जी दस्तावेज, बड़ी संख्या में आधार,जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र सहित भोपाल कोर्ट से जुड़े कुछ दस्तावेज मिले हैं। पुलिस को संदेह है कि आरोपी फर्जी जमानत कराने का काम भी करता है।

    Share:

    प्रियंका का सवाल- अपराधी का अंत हुआ, अपराध को संरक्षण देने वालों का क्या?

    Fri Jul 10 , 2020
    नई दिल्ली। कांगेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कानपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने पर इसे अपराधी का अंत बताया है। साथ ही उन्होंने सवाल भी उठाया है कि अपराधी का तो अंत हो गया लेकिन अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या? प्रियंका गांधी ने शुक्रवार […]
    सम्बंधित ख़बरें
  • खरी-खरी
    सोमवार का राशिफल
    मनोरंजन
    अभी-अभी
    Archives
  • ©2024 Agnibaan , All Rights Reserved