उज्जैन। पिछले साल जून महीने की शुरुआत में ही मानसून सक्रिय हो गया था। इसके चलते गत वर्ष अभी तक की स्थिति में अर्थात जुलाई के पहले सप्ताह में गंभीर डेम का लेवल 60 फीसदी भर गया था। इसके विपरीत इस बार केचमेंट ऐरिया में बरसात के पानी की आवक ही शुरु नहीं हुई है।
पूरे साल गंभीर डेम के जरिये शहर की 6 लाख से ज्यादा आबादी पेयजल उपलब्ध होता है। 2250 एमसीएफटी क्षमता वाले गंभीर बाँध में मानसून सक्रिय होने के 15 दिन बाद भी नए पानी की आवक शुरु नहीं हुई है। इसके विपरीत पिछले साल 6 जुलाई तक गंभीर डेम में 1543 एमसीएफटी पानी भर गया था। अर्थात आज की स्थिति में गत वर्ष गंभीर डेम में कुल क्षमता का 60 फीसदी पानी था। डेम प्रभारी सहायक यंत्री राजीव शुक्ला के मुताबिक इस बार अभी तक इंदौर की ओर से केचमेंट ऐरिया में बरसात के पानी की आवक आरंभ नहीं हुई है। गंभीर डेम में अब 660 एमसीएफटी पानी शेष बचा है। इसके जरिये लगभग 2 महीने नियमित जलप्रदाय किया जा सकता है। पिछले साल से इसकी तुलना की जाए तो उस दौरान 6 जुलाई तक गंभीर डेम में आज के मुकाबले 883 एमसीएफटी पानी ज्यादा भर गया था।
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