लखनऊ। उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में रहस्यमय तरीके से सरेंडर करने वाला यूपी के कानपुर का सबसे बड़ा गैंगस्टर एवं 8 पुलिसकर्मियों की हत्या का आरोपी फरार विकास दुबे की गिरफ्तारी या फिर सरेंडर के मामले को लेकर एक के बाद एक ताबड़तोड़ खुलासे भी होते जा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यूपी की एसटीएफ पुलिस एक विशेष चार्टर प्लेन से इंदौर के लिए रवाना हो गई है। बताया गया है कि उज्जैन जिला कोर्ट में गैंगस्टर विकास दुबे की शाम 4 बजे पेशी होगी । इसके बाद उसे सड़क मार्ग से उज्जैन से इंदौर लाया जाएगा और फिर इंदौर एयरपोर्ट से इसी चार्टर्ड प्लेन से यूपी एटीएस गैंगस्टर दुबे को लेकर सीधे यूपी के लिए उड़ जाएगी। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि उज्जैन में एक कार बरामद की गई है, जिसका नंबर प्लेट यूपी के लखनऊ का है और इस कार में हाई कोर्ट भी लिखा हुआ है। यह भी बताया गया है कि गैंगस्टर दुबे राजस्थान के कोटा होकर उज्जैन में आया था। आज सुबह उसने मंदिर के सामने की एक दुकान से फूल माला और प्रसाद खरीदने भी गया था और दुकानदार से मंदिर का रास्ता भी पूछा था। उसकी सुबह 7:30 बजे की तस्वीर भी सीसीटीवी पर कैद हुई है। विकास दुबे कांड में यह भी खुलासा हुआ है कि वह इतना शातिर अपराधी है कि उसने शिवम नाम की एक फेक आईडी भी बना रखी थी, जिसके सहारे वह पुलिस को चकमा देने में कामयाब हुआ है। उसने उज्जैन में ढाई सौ रुपए की वीवीआइपी पर्ची भी कटवाई थी, ताकि बाबा महाकाल के दर्शन भी आसानी से कर सके। अब सवाल यह उठ रहा है कि जो लखनऊ नंबर प्लेट वाली कार बरामद की गई है, वह आखिर इतनी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद बॉर्डर को पार कर उज्जैन तक कैसे पहुंची। इस बात की भी जांच पड़ताल पुलिस ने तेज कर दी है। सनद रहे आज सुबह मंदिर परिसर में पहुंच कर गैंगस्टर विकास दुबे ने चिल्ला चिल्ला कर कहा था कि मैं हूं विकास कानपुर वाला। तभी वहां तैनात सुरक्षा गार्डो ने उसे दबोच लिया और फिर उज्जैन पुलिस को सौंप दिया था। इस बीच खबर यह भी है कि महाकाल मंदिर प्रशासन में लखन यादव नामक सुरक्षा गार्ड को अचानक छुट्टी पर भेज दिया है।
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