लखनऊ । कानपुर के बिकरू गांव का मामला सामने आने के बाद जिले में पुलिस अधिकारियों पर योगी सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है। अब डीआईजी एसटीएफ अनंत देव का तबादला कर दिया गया है। उन्हें यहां से हटाकर पीएसी मुरादाबाद भेजा गया है। अनंत देव की तस्वीरें जय बाजपेई के साथ सामने आने के बाद उन पर लगातार सवाल उठाया जा रहा था। दरअसल, जय बाजपेई की तस्वीरें विकास दुबे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। इसके बाद जय बाजपेई से भी पूछताछ की गई।
उल्लेखनीय है कि हत्याकांड के बाद वायरल चिट्ठियों को लेकर तत्कालीन एसएसपी अनंत देव पर सवाल उठे थे। इस पत्र मामले की जांच आईजी लक्ष्मी सिंह को सौंपी गई है। उधर, आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने थाना चौबेपुर में हुई घटना के संबंध में डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी को पत्र भेजकर तत्कालीन एसएसपी कानपुर अनंत देव पर कार्रवाई की मांग की है।
दूसरी ओर कानपुर एनकाउंटर के मुख्य आरोपी विकास दुबे के साथी अमर दुबे को हमीरपुर में यूपी एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने मार गिराया है. अमर भागने की कोशिश कर रहा था, तभी पुलिस ने उसे ढेर कर दिया. कानपुर कांड में आठ पुलिसकर्मियों को मारने में अमर दुबे का भी हाथ था. अमर ने छत से पुलिसकर्मियों पर फायरिंग की थी.
गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश में जुटी उत्तर प्रदेश की कई पुलिस टीमों को अभी तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है. हालांकि दावा किया जा रहा है कि विकास और उसके दो साथियों को फरीदाबाद के एक होटल के बाहर देखा गया था. लेकिन पुलिस के आने से पहले ही अपराधी फरार हो गए. पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिले हैं.
बता दें कि अमिताभ ठाकुर ने शहीद सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र के अनंत देव को लिखे गए एक पत्र के आधार पर सवाल उठाए हैं। अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि इस पत्र में देवेंद्र ने अनंत देव को साफ तौर पर बताया था कि निलंबित एसओ विनय तिवारी का विकास के पास आना-जाना और वार्ता करना बना हुआ है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved