इंदौर। प्राधिकरण लवकुश चौराहा पर प्रदेश का पहला डबल डेकर फ्लायओवर निर्मित करवा रहा है, जिसका आधे से अधिक काम मौके पर हो भी चुका है। वहीं अब एक दूसरा फोरलेन डबल डेकर फ्लायओवर कनाडिय़ा रोड पर भी निर्मित किया जाएगा। पिछले दिनों इसका फिजिबिलिटी सर्वे भी करवा लिया और यह फ्लायओवर भंडारी रिसोर्ट के पहले से शुरू होकर बायपास को क्रॉस करता हुआ कनाडिय़ा थाने के आगे तक निर्मित होगा, जिससे बायपास के संकरे बोगदों से भी निजात मिलेगी, जहां पर अमूमन यातायात जाम रहता है। 165 करोड़ रुपए इस फ्लायओवर की लागत आंकी गई है। आज प्राधिकरण द्वारा 1700 करोड़ रुपए का अपना जो सालाना बजट आगामी वित्त वर्ष के लिए मंजूर किया जा रहा है, उसमें इस फ्लायओवर प्रोजेक्ट को भी शामिल किया गया है। 11 बजे होने वाली बोर्ड बैठक में बजट को मंजूरी मिलेगी, जिसमें स्टार्टअप पार्क, कन्वेंशन सेंटर सहित अन्य प्रोजेक्टों को शामिल किया गया है।
नगर निगम की तुलना में प्राधिकरण ही इंदौर में सबसे अधिक विकास कार्य करवा रहा है, क्योंकि उसके पास फण्ड की कमी नहीं है। चार चौराहों पर फ्लायओवर बनवाने के अलावा लवकुश चौराहा पर डबल डेकर का निर्माण भी तेजी से चल रहा है, जिसके चलते इंदौर-उज्जैन मार्ग का यातायात सुगम होगा। दूसरी तरफ एक दर्जन से अधिक चौराहों पर नए फ्लायओवरों की प्लानिंग भी की जा रही है, तो एक और बड़ी महत्वपूर्ण सौगात कनाडिय़ा रोड पर डबल डेकर फ्लायओवर निर्माण की प्राधिकरण बोर्ड आज देगा। संभागायुक्त और प्राधिकरण अध्यक्ष दीपक सिंह के नेतृत्व में प्राधिकरण ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है और इंदौर में विकास की दृष्टि से दूसरे डबल डेकर फ्लायओवर का फिजिबिलिटी सर्वे भी उनके निर्देश पर करवाया गया।
प्राधिकरण सीईओ आरपी अहिरवार से पूछने पर उन्होंने बताया कि टीपीएस-5 और टीपीएस-9 को जोडऩे में भी यह फ्लायओवर मददगार साबित होगा, तो उसके साथ ही कनाडिय़ा रोड पर जो लगातार यातायात का दबाव बढ़ रहा है उससे भी निजात मिलेगी। पिछले दिनों इस फ्लायओवर के लिए फिजिबिलिटी सर्वे भी करवा लिया गया है। इस फ्लायओवर की कुल लम्बाई साढ़े 1200 मीटर रहेगी और फोरलेन चौड़ाई में यह निर्मित होगा। कनाडिय़ा रोड पर भंडारी रिसोर्ट के पहले यह डबल डेकर आकार लेना शुरू करेगा और बायपास को क्रॉस करते हुए मौजूदा कनाडिय़ा थाने के आगे उतरेगा। चूंकि बायपास के फ्लायओवर के ऊपर इसका निर्माण होगा। इसलिए यह डबल डेकर बनेगा। इससे कनाडिय़ा के बोगदे से भी राहत मिलेगी और प्राधिकरण की दोनों टीपीएस योजनाओं को भी इससे फायदा होगा, जिसके चलते योजना के तहत ही इसका निर्माण कराया जा रहा है।
प्राधिकरण सूत्रों का कहना है कि आज लगभग 1700 करोड़ रुपए का बजट भी बोर्ड मंजूर करेगा, जिसमें कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। कन्वेंशन सेंटर, स्टार्टअप पार्क सहित टीपीएस योजनाओं के विकास और अन्य कार्यों पर राशि खर्च की जाएगी। इस बार प्राधिकरण ने अपने बजट में इलेक्ट्री सिटी और ग्रीन री पर विशेष फोकस किया है और उसके लिए अधिक बजट राशि का प्रावधान भी किया है। दो से तीन गुना राशि इन मदों में बढ़ाई गई है और पहली बार विभागवार भी बजट की राशि तय की जा रही है। प्राधिकरण का कहना है कि सुपर कॉरिडोर से लेकर पुरानी योजनाओं में जहां ग्रीन बेल्ट, बगीचे विकसित किए जा रहे हैं, वहीं जो टीपीएस योजनाएं घोषित की गई हैं, उनमें भी 100 से अधिक बगीचों का विकास किया जाना है, जिसके चलते ग्रीन री का बजट लगभग 3 गुना कर दिया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट आदेश पर प्राधिकरण को रिंग रोड की योजना 97 पार्ट-2 और 4 की जो 210 एकड़ जमीन हासिल हुई है उसमें भी 42 एकड़ का सिटी फॉरेस्ट घोषित है, उसे भी प्राधिकरण आगामी वित्त वर्ष में विकसित करेगा। लिहाजा उसके लिए भी बजट प्रावधान किया गया है। इसके अलावा मास्टर प्लान और एमआर सडक़ों के निर्माण के अलावा इलेक्टीफिकेशन के कार्य भी सभी योजनाओं में किए जाना है उसके लिए भी 400 करोड़ रुपए से अधिक की राशि प्राधिकरण खर्च रहा है। वहीं दो और आईएस बीटी भी निर्मित किए जाएंगे, जिसके लिए प्रशासन जमीन उपलब्ध कराएगा।
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