जब्त सामान और अटाले से बनाई गई स्वच्छता दीदी देंगी आठवीं बार सफलता का संदेश
इंदौर। रंगपंचमी (Rangpanchami) के अवसर पर कल निकलने वाली गेर में इंदौर (Indore) नगर निगम (Municipal council) द्वारा कबाड़ (Junk) के सामान से तैयार किया गया हाथी (Elephant ) भी निकलेगा, जो 70 फीट की ऊंचाई तक रंग उड़ाएगा। इसके साथ ही जब्त सामान और अटाले से बनाई गई स्वच्छता दीदी आठवीं बार इंदौर की सफलता का संदेश देगी।
स्वच्छता के क्षेत्र में देश में सात बार शीर्ष स्थान पर रहे इंदौर में वेस्ट टू आर्ट का काम कई सालों से चल रहा है। इसी कड़ी में अब एक नया अध्याय कल रंगपंचमी के त्योहार पर निकलने वाली गेर में जोड़ा जा रहा है। इसमें इंदौर नगर निगम की जो गेर निकलेगी उसमें एक ट्राले पर बना हुआ हाथी शामिल रहेगा। इस हाथी का निर्माण अटाला सामान से किया गया है। इस हाथी के पैर जेसीबी से निकले हुए खराब हो चुके एयर फिल्टर से बनाए गए हैं। इसका शरीर और सूंड लोहे के अटाले और मलबे में निकले हुए सरिया को वेल्डिंग करके बनाई गई है। इसके शरीर में निगम द्वारा निकाले गए फ्लैक्स को भी लगाया गया है। इस हाथी का निर्माण करने में सवा क्विंटल स्क्रैप और गोल पाइप का उपयोग किया गया है। एक ट्राले पर बनाया गया यह हाथी चारों तरफ अपनी सूंड को घुमाएगा और 80 फीट की ऊंचाई तक रंग फेंकेगा। इस हाथी में खराब हो चुके गाडिय़ों के ट्यूब का भी इस्तेमाल किया गया है। हाथी की सूंड में लगाए गए पाइप को टैंकर की प्रेशर मशीन से जोड़ा जाएगा, जिसके माध्यम से यह हाथी पानी फेंकने का काम करेगा। इसी ट्राले में पीछे की तरफ दो तोप लगाई गई हैं, जो गुलाल उड़ाने का काम करेंगी।
नगर निगम की वर्कशॉप के प्रभारी मनीष पांडे ने बताया कि वर्कशॉप में इस हाथी को तैयार करने का काम पिछले 48 घंटे में किया गया है। इसके साथ ही वहां एक छोटी ट्राली पर चार स्वच्छता दीदी बनाई गई हैं। उनके हाथों में स्वच्छता की मशाल दी गई है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित दुकान के बाहर कपड़े बेचने के लिए जो पुतले रखे जाते हैं, ऐसे पुतले सडक़ पर रखे होने के कारण नगर निगम द्वारा जब्त कर लिए जाते हैं। उन पुतलों को ही स्वच्छता दीदी का रूप दिया गया है। स्वच्छता दीदी द्वारा ड्यूटी पर रहने के दौरान निगम की वेशभूषा की जो साड़ी पहनी जाती है वह इन पुतलों को पहनाई गई है। चारों स्वच्छता दीदी के बीच में लोहे के स्क्रैप से तैयार करके आठ का अंक बनाया गया है, जो यह संदेश देगा कि इंदौर आठवीं बार स्वच्छता में सर्वोच्च स्थान पाने के लिए तैयार है।
एनआरआई व महापौर के लिए बनाए तीन रथ
इस वर्कशॉप में गेर में शामिल होने वाले एनआरआई और महापौर के लिए तीन रथ बनाए गए हैं। इनमें से दो रथ में इस गेर में भाग लेने के लिए आने वाले एनआरआई बैठ सकेंगे। हर रथ में 20 लोगों के बैठने की व्यवस्था है। इसके साथ ही महापौर के लिए एक रथ बनाया गया है, जिसमें महापौर और महापौर परिषद के सदस्य बैठ सकेंगे। इस रथ में एक पाइप से कनेक्शन दिया गया है। इस पाइप के माध्यम से महापौर द्वारा 80 फीट की ऊंचाई तक रंग फेंकने का काम किया जा सकेगा। इसके अलावा एक ट्राले में आदिवासियों की टीम मांदल के साथ नृत्य करती हुई नजर आएगी, जबकि गन्नू महाराज की भजन मंडली भी मौजूद रहेगी।
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