नई दिल्ली। भले ही पश्चिमी देश ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लेकर परेशान हैं और उस पर मध्य पूर्व को अस्थिर करने का आरोप लगा रहे हैं। लेकिन, इसका ईरान पर कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है। ईरान ने रविवार को एक नई बैलिस्टिक मिसाइल दुनिया के सामने रखी है। ईरान ने अपनी इस नई मिसाइल को लेकर कहा कि यह 1700 किलोमीटर की दूरी तय करने में सक्षम है। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन की मौजूदगी में आयोजित एक समारोह में इस मिसाइल का अनावरण किया गया है।
सरकारी टेलीविजन ने मिसाइल की तस्वीरें प्रसारित की हैं, जिसे फारसी में एतेमाद या ‘ट्रस्ट’ कहा गया। बताया गया कि मिसाइल की अधिकतम सीमा 1700 किलोमीटर (1,056 मील) है और यह ईरानी रक्षा मंत्रालय की ओर से निर्मित सबसे हालिया बैलिस्टिक मिसाइल है। ईरान की मिसाइल जखीर में यह सबसे नई है और इजरायल तक मार करने में सक्षम है।
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने एक टेलीविजन संबोधन में कहा, “रक्षा क्षमताओं और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों के विकास का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी देश ईरानी क्षेत्र पर हमला करने की हिम्मत ना करे।” गौर करने वाली बात यह भी है कि तेहरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत फिर से शुरू करने की इच्छा का संकेत दिया है, जो दशकों से पश्चिमी देशों के साथ तनाव का विषय रहा है।
एक वक्त था जब ईरान अपने अधिकांश सैन्य उपकरण अमेरिका से प्राप्त करता था लेकिन 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद हालात बदल गए। अमेरिका के साथ ईरान के संबंध खराब हो गए जिसके बाद उसे खुद हथियार विकसित करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। 1980 और 1988 के बीच इराक के साथ युद्ध के दौरान हथियारों पर प्रतिबंध लगा था। अब ईरान के पास मिसाइलों, वायु रक्षा प्रणालियों और ड्रोन सहित घरेलू रूप से विकसित हथियारों का पर्याप्त भंडार है।
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