img-fluid

गरीब किसान नहीं दिला पाया स्मार्टफोन तो बेटे ने कर लिया सुसाइट, पिता ने भी उसी रस्सी से दे दी जान

January 12, 2025

नई दिल्‍ली । एक किसान पिता (Farmer Father) और उनके 16 वर्षीय बेटे (Son) की एक ही पेड़ से लटकती लाशें न केवल एक परिवार, बल्कि पूरे गांव के लिए एक गहरी त्रासदी बन गई हैं। नांदेड़ जिले के एक छोटे से गांव मिनाकी में घटी यह हृदयविदारक घटना आधुनिक जरूरतों और ग्रामीण जीवन की वास्तविकताओं के बीच के संघर्ष को उजागर करती है। बेटे की स्मार्टफोन (Smartphone) खरीदने की मांग पूरी न कर पाने की बेबसी ने परिवार को गहरे शोक में डाल दिया।

पिता की मजबूरी और बेटे की उम्मीद
कहानी 10वीं कक्षा के छात्र ओमकार की है। ओमकार अपने तीन भाइयों में सबसे छोटा था और लातूर जिले के उदगीर में एक छात्रावास में रह रहा था। वह अपने पिता से पढ़ाई के लिए स्मार्टफोन की मांग कर रहा था। यह एक ऐसी मांग थी, जिसे देश के लाखों छात्र सामान्य मानते हैं। परंतु, ओमकार का परिवार उन परिवारों में से था, जो पहले से ही कर्ज के बोझ तले दबा हुआ था। परिवार ने बताया कि लड़का पिछले कुछ समय से अपने पिता से स्मार्टफोन की मांग कर रहा था। उसने पढ़ाई के लिए फोन खरीदने की बात कही थी। लेकिन पिता पहले से ही कर्ज चुकाने में लगा था। बेबस पिता अपने बेटे की यह मांग पूरी नहीं कर सका।

दुखद अंत
एक रिपोर्ट के मुताबिक, मामले की जांच कर रहे उप-निरीक्षक दिलीप मुंडे ने बताया, “लड़का मकर संक्रांति के मौके पर अपने घर आया हुआ था। बुधवार की शाम लड़के ने दोबारा फोन खरीदने की बात कही थी। लेकिन पिता ने अपनी आर्थिक स्थिति स्पष्ट कर दी। इसके बाद लड़का नाराज होकर घर से चला गया।” परिवार ने सोचा कि वह खेत पर सोने गया होगा। लेकिन सुबह जब वह घर नहीं लौटा, तो परिवार के लोग उसे ढूंढने निकले। पिता ने उसे खेत में पेड़ से लटका पाया। बेटे की यह हालत देखकर पिता का कलेजा टूट गया। वह अपने बेटे के शव को पेड़ से उतार लाए, लेकिन इस सदमे को सहन नहीं कर सके। उन्होंने उसी पेड़ से उसी रस्सी का इस्तेमाल कर अपनी जान दे दी।


पुलिस की जांच जारी
नांदेड़ के पुलिस अधीक्षक, अभिनाश कुमार ने कहा, “मामले में आकस्मिक मौत का केस दर्ज किया गया है। घटना के पीछे के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।” गांव वाले अभी भी इस घटना के सदमे में हैं। ओमकार और उसके पिता का अंतिम संस्कार गुरुवार शाम को किया गया। हर आंख नम थी और हर चेहरा सवालों से भरा हुआ था। यह घटना केवल आर्थिक तंगी की नहीं, बल्कि उस सामाजिक दबाव की भी कहानी कहती है, जो आधुनिक दुनिया में जीवन की बढ़ती उम्मीदों से पैदा होता है।

Share:

दिल्ली चुनाव में RLP के हनुमान बेनीवाल का AAP को समर्थन, बोले- जिस तरह से जाट को आरक्षण देने की...

Sun Jan 12 , 2025
\नई दिल्‍ली । इंडिया गठबंधन (India Coalition)के घटक दल RLP (National Democratic Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राजस्थान के नागौर(Nagaur, Rajasthan) से लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल (Lok Sabha Member of Parliament Hanuman Beniwal)ने दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election)में आम आदमी पार्टी को समर्थन करने का फैसला किया है। इस बारे में जानकारी देते हुए […]
सम्बंधित ख़बरें
खरी-खरी
रविवार का राशिफल
मनोरंजन
अभी-अभी
Archives

©2025 Agnibaan , All Rights Reserved