डेस्क: पाकिस्तान में एक बेहद ही चौंकाने वाले मामले का खुलासा हुआ है, जिसमें पाया गया कि जो आदमी बीते 6 महीने यानी मार्च से लापता था. वो कही और नहीं बल्कि पाकिस्तानी सेना के चंगुल में था. रिपोर्ट के मुताबिक इस बात की जानकारी शुक्रवार (27 दिसंबर) को रक्षा मंत्रालय ने इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (IHC) को दी. पीड़ित व्यक्ति का नाम मुदस्सर खान है, जो मार्च में कथित तौर पर आजाद जम्मू और कश्मीर के मुजफ्फराबाद से लापता हो गए थे.
मामले पर पीड़िता की पत्नी नाज़िमा फतेहयाब द्वारा कोर्ट में याचिका दायर की गई, जिसमें बताया गया कि उनके पति के खिलाफ बिना कोई वजह के रक्षा मंत्रालय ने मुकदमा भी दायर कर दिया है. मामले को लेकर कोर्ट में याचिकाकर्ता के वकील इमान ज़ैनब मज़ारी-हाज़िर, रक्षा मंत्रालय से ब्रिगेडियर फलक नाज और सहायक अटॉर्नी जनरल को IHC के न्यायमूर्ति मोहसिन अख्तर कयानी के समक्ष अदालत में पेश किया गया. याचिकाकर्ता के वकील ने अदालत से खान के परिवार को उनसे मिलने की अनुमति देने का अनुरोध किया.
अदालत ने रक्षा मंत्रालय को कानून के अनुसार बैठक की सुविधा प्रदान करने का निर्देश दिया और सुनवाई के बाद अगली तारीख के लिए स्थगित कर दिया. पिछली सुनवाई के दौरान, न्यायमूर्ति कियानी ने सैन्य खुफिया महानिदेशक को खान के ठिकाने पर आधारित एक खुफिया रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था. याचिकाकर्ता ने कहा कि उसके पति का मामला अगस्त से गुमशुदा व्यक्ति आयोग के पास लंबित है. उसने दावा किया कि नवंबर में उसे अपने लापता पति का फोन आया था, जिसने कहा था कि वह एक अज्ञात एजेंसी की हिरासत में है. उसने अदालत से अनुरोध किया कि अधिकारियों को उसके पति को उचित मंच पर पेश करने का निर्देश दिया जाए.
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