इन्दौर। नगर निगम (municipal corporation) का रिमूवल (Removal) अमला सुबह 7 बजे दत्त नगर और सत्यदेव नगर (Satyadev Nagar) कार्रवाई के लिए पहुंचा था। वहां 4 हजार स्क्वेयर फीट और तीन हजार स्क्वेयर फीट में बने दोनों बाड़े ढहा दिए गए थे। इन बाड़ों में कई गायें (cows ) बंधी हुई थीं, जिन्हें निगमकर्मियों (Corporate employees) ने पकडक़र आइशर में भरवा दिया और निगम का अमला कार्रवाई कर वहां से रवाना हुआ। फूटी कोठी चौराहे के ब्रिज से जब निगम का अमला गुजर रहा था तबी अचानक दोपहिया वाहनों पर सवार बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने अपने वाहन गाडिय़ों के आगे लगा दिए। उन्होंने अफसरों से कहा कि गोशाला तोडक़र निगम ने वहां से गायें पकड़ी हैं, जो सरासर गलत है।
इस पर अधिकारी स्पष्टीकरण देते रहे, लेकिन बजरंग दल कार्यकर्ता नहीं माने और वहीं डटे रहे। बाद में वहां विवाद की स्थिति बन गई और देखते ही देखते निगम की पीली जीपें सहित कई गाडिय़ां फोड़ दी गईं। बजरंग दल कार्यकर्ताओं और निगमकर्मियो में झूमाझटकी हुई, जिसके चलते निगमकर्मियों की पिटाई कर दी गई। इसके बाद वहां से उपायुक्त लता अग्रवाल और अन्य रिमूवल अधिकारी द्वारकापुरी थाने के लिए रवाना हो गए। ब्रिज पर खड़ी आइशर गाडिय़ों को लेकर बजंरग दल के कार्यकर्ता द्वारकापुरी थाने पहुंचे और हवा बंगला झोन परिसर में गाडिय़ां खड़ी कर गायों को उतारा गया।
गायें ठसाठस भरी थीं
बजरंग दल के प्रखंड मंत्री कान्हा चौहान के मुताबिक निगमकर्मियों ने एक गाड़ी में 20 से 25 गायें भर दी थीं, जिसके चलते बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने विरोध दर्ज कराया तो उन्हें निगमकर्मियों ने पीटा, जिसके बाद वहां बड़ी संख्या में बजरंग दल कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लग गया था।
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