निगम की पीली जीपें और कई वाहन फोड़े, कर्मचारियों को पीटा, गायों से भरी गाडिय़ां लेकर थाने पहुंचे
इंदौर। शहर (Indore) में फिर से आने लगी गायों (cows) के खिलाफ छेड़े गए नगर निगम (Municipal corporation) के अभियान के दौरान बजरंगियों (Bajrang Dal) ने आज कानून व्यवस्था का मखौल उड़ाते हुए दत्त नगर और सत्यदेव नगर में कार्रवाई कर लौटते अमले पर हमला कर दिया। निगम की पीली गाडिय़ों को फोड़ दिया और निगमकर्मियों को बुरी तरह पीटा।
इंदौर शहर को पशुमुक्त बनाकर हासिल किए गए तमगे और देशभर में मिली प्रसिद्धि को तार-तार करते हुए बजरंग दल के हुड़दंगियों ने तब सडक़ पर बवाल मचा दिया, जब आज सुबह नगर निगम का रिमूवल अमला दत्त नगर और सत्यदेव नगर में बाड़े तोडक़र लौट रहा था। निगमकर्मियों ने दोनों स्थानों पर बाड़े तोडऩे के बाद 70 गायों को वहां से पकड़ा था, जिन्हें निगम की टीमें आइशर वाहनों में भरकर ले जा रही थीं। तभी अचानक इनकार्यकर्ताओं ने फूटी कोठी ब्रिज पर पूरे निगम अमले को घेर लिया और निगम की पीली जीपों सहित आइशर गाडिय़ों के कांच फोड़ दिए और तीन से चार निगमकर्मियों को पीटा, जिनमें से दो को गंभीर चोटें आई हैं। ब्रिज पर यह माजरा देख कई लोग हैरान रह गए। इसके बाद बजरंग दल कार्यकर्ताओं के जत्थे अलग-अलग क्षेत्रों से दोपहिया वाहनों पर नारेबाजी करते हुए ब्रिज तक पहुंचते रहे। निगम के अधिकारी और कर्मचारी वहां से रवाना हो गए थे। बाद में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने आइशर गाडिय़ां अपने कब्जे में लेकर द्वारकापुरी थाने तक लेकर आए। बड़ी संख्या में कार्यकर्ता अपने हाथों में लट्ठ लिए चल रहे थे। थाना परिसर में ही गाडिय़ों से गायें उतरवाकर समीप बने हवा बंगला झोन के मैदान में बांध दीं।
द्वारकापुरी थाने पर जब उपायुक्त लता अग्रवाल पहुंचीं तो बड़ी संख्या में बजरंग दल कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गए। उन्हें देखकर उपायुक्त लता अग्रवाल थाना प्रभारी के कक्ष में जाकर बैठ गईं। बाहर बजरंग दल के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जमा होकर उपायुक्त और निगम के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। पुलिसकर्मियों ने बमुश्किल उन्हें समझा-बुझाकर रवाना किया। बाद में बजरंग दल कार्यकर्ता राजेंद्र नगर थाने पहुंचे। नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस अधिकारियोंं के साथ-साथ बजरंग दल के बड़े नेता भी पहुंच रहे हैं, जहां चर्चा होगी।