रामगढ़: झारखंड के रामगढ़ जिले में कुख्यात पांडे गिरोह ने हर महीने 5000 रुपये पर धमकी देने गोलीबारी करने के लिए बाउंसर की भर्ती की थी. ये बाउंसर पांडे गिरोह के जेल में बंद विकास शौक के इशारे पर कोयलांचल में रैक लोडिंग ठेकेदारों, ट्रांसपोर्टरों और कोयला कारोबारी को पैसे के लिए साइट पर जाकर धमकी देते थे और नहीं मानने पर गोलीबारी करते थे. इस मामले में भुरकुंडा पुलिस ने सीसीएल सयाल कोलियरी में सड़क निर्माण कार्य करा रहे ठेकेदार से लेवी मांगने वाले पांडे गिरोह के 11 कुख्यात अपराधियों को लेवी के पैसे और हथियार के साथ धर दबोचा है. अपराधियों के पास से लेवी के तौर पर वसूले गए एक लाख 41 हजार रुपये भी बरामद किए गए हैं. साथ ही कई मोबाइल फोन, दो जिंदा कारतूस, एक देसी कट्टा भी बरामद किया गया है.
पतरातू के एसडीपीओ पवन कुमार ने बताया कि कुख्यात पांडे गिरोह के जेल में बंद सरगना के इशारे पर ये सब हो रहा था. अपराधी सीसीएल बड़का-सयाल एरिया के सयाल में सड़क निर्माण कार्य करा रहे ठेकेदार को लेवी के लिए लगातार धमकी दे रहे थे और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी जा रही थी. इस बात की जानकारी जैसे ही पुलिस को लगी, पुलिस ने इन सभी को लेवी के पैसे और हथियार के साथ धर दबोचा. पकड़े गए अपराधी रामगढ़ और हजारीबाग जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र के निवासी हैं.
पतरातू एसडीपीओ ने बताया कि लेवी मांगने के लिए इन सभी को प्रति विजिट 500 रुपये और गिरोह के कुल आठ लोगों को 5000 महीने पर पांडे गिरोह ने बाउंसर के रूप में काम पर रखा था. निर्माण साइट पर जाने के बाद ये सभी अपराधी ग्रुप फोटो खिंचवाते थे और जेल में बंद अपने सरगना को विश्वास दिलाने के लिए भेजते थे कि वह साइट पर जाकर ठेकेदार को धमकी दे रहे हैं. इस मामले में खास खुलासा यह भी है कि इन सभी अपराधियों को डिजिटल माध्यम से उनके अकाउंट में पैसे भेजे जाते थे.
पतरातू एसडीपीओ ने बताया कि उनके पास से एक डायरी भी बरामद की गई है, जिसमें पूरे लेवी के पैसे के लेन देन का हिसाब दर्ज है. साथ ही जिससे लेवी के पैसे वसूले गए हैं उनके नाम भी इसमें अंकित हैं. मालूम हो कि पांडे गिरोह के गुर्गे रामगढ़ के पतरातू और कोयलांचल समेत हजारीबाग-रांची जिले में सक्रिय हैं और धमकी देकर लेवी के वसूली में गिरोह के लोग लगे रहते हैं. इनके निशाने पर कॉल ट्रांसपोर्टर, रैक लोडिंग करने वाले ठेकेदार और सप्लायर रहते हैं. उनके इशारे के बिना कोई भी काम कोयलांचल में नहीं हो पता है.
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