नागपुर: महाराष्ट्र में विभागों के बंटवारे के साथ ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सरकार अगले चुनाव की तैयारी में जुट गई है. इस बीच राज्य की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले शरद पवार ने मुख्यमंत्री से फोन पर बात की है. दूसरी तरफ अजित दादा भी अपनी चुनावी चाल में व्यस्त हैं. दरअसल, मुख्यमंत्री फडणवीस ने संकेत दिया है कि अगले तीन महीने में राज्य में एक और चुनाव होने जा रहे हैं. विधानसभा चुनाव में महायुति को जबरदस्त सफलता मिली है. इस चुनाव में बीजेपी ने सबसे ज्यादा सीटें जीतीं. विधानसभा चुनाव के बाद ही बीजेपी ने स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारी शुरू कर दी.
राज्य में स्थानीय निकायों के चुनाव पिछले तीन वर्षों से रुके हुए हैं. इसमें बीएमसी के चुनाव भी शामिल हैं. इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है. जनवरी में सुनवाई होने की संभावना है. फडणवीस ने कहा है कि सुनवाई चार जनवरी को है और तीन महीने के भीतर चुनाव होने चाहिए. नागपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं से बातचीत में फडणनवीस ने ये बात कही. उधर, पवार परिवार की पावर पॉलटिक्स जारी है. मंत्री नहीं बनाए जाने के कारण एनसीपी के वरिष्ठ छगन भुजबल नाराज हैं. वहीं उनके निपटाने के लिए उपमुख्यमंत्री और एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार ने चाल चल दी है. भुजबल की नाराजगी का खामियाजा न भुगतना पड़े इसके लिए अजित पवार ने नासिक में एक नेता को ताकत देनी शुरू कर दी है.
भुजबल राज्य में बड़े ओबीसी नेता हैं. समता परिषद के जरिए उन्होंने ओबीसी समुदाय में पैठ बनाई है. इसके अलावा बिहार और कुछ अन्य राज्यों में भी उनके संगठन की काफी ताकत है. छगन भुजबल के नाराजगी जताने के बाद अजित पवार भी एक्शन मोड में आ गए हैं. संभावित नुकसान को कम करने के लिए अजित पवार ने माणिकराव कोकाटे को ताकत दी है. माणिकराव कोकाटे को सीधे कृषि मंत्री बनाकर भुजबल को झटका दिया है. माणिकराव कोकाटे की छगन भुजबल से राजनीतिक दुश्मनी है. मंत्री बनने के बाद कोकाटे का पहला दौरा छगन भुजबल के येवला विधानसभा क्षेत्र का है. एनसीपी में गुटबाजी की राजनीति में माणिकराव कोकाटे हमेशा अजित पवार के साथ रहे हैं.
शरद पवार ने सीधे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को फोन किया है. दोनों की फोन पर बातचीत का वीडियो सामने आया है और यह सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है. दरअसल, शरद पवार ने रविवार को भीमाथड़ी मेले में घूमते हुए महिला स्वयं सहायता समूहों के स्टालों का निरीक्षण किया. इसी समय उन्होंने फडणवीस को फोन किया और उनसे पुणे में भीमथडी यात्रा और दिल्ली में साहित्य सम्मेलन में आने का अनुरोध किया. इससे पहले, पवार ने रविवार सुबह मोदी बाग में साहित्य सम्मेलन आयोजकों से मुलाकात की थी. इसी पृष्ठभूमि में शरद पवार ने मुख्यमंत्री से फोन पर बातचीत की. पवार ने फडणवीस से बीड में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या और परभणी में सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत के मामले को देखने का भी अनुरोध किया.
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