गाजा. गाजा (Gaza) में फलस्तीनी शरणार्थियों (Palestinian Refugees) के लिए काम कर रही संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) की अधिकारी लुईस वाटरिज (Lewis Wateridge) ने शुक्रवार को कहा कि गाजा में 20 लाख से ज्यादा लोग अभी भी भयानक परिस्थितियों में फंसे हुए हैं और वो बुनियादी जरूरतों से भी वंचित हैं। वाटरिज ने कहा कि ये लोग गाजा से जाने में भी असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि हालात ऐसे है, जहां हरसंभव रास्ता मौत की तरफ जाता है। यूएनआरडब्ल्यूए ने बताया कि हाल के दिनों में खराब मौसम ने हालात को और बिगाड़ा है।
गाजा में जरूरी चीजों की सप्लाई बंद
गाजा में जरूरी चीजों की हो रही सप्लाई बीते छह महीने से नहीं पहुंच सकी है। ऐसे में यूएनआरडब्ल्यूए को लोगों को खाना देने या उन्हें आश्रय देने के विकल्प में से एक चुनना पड़ रहा है। गाजा में यूनिसेफ की मुख्य संचार अधिकारी रोसालिया बोलिन ने कहा कि बच्चों पर युद्ध का गहरा असर हुआ है। बच्चों की पूरी एक पीढ़ी के अधिकारों का गंभीर उल्लंघन और उनका भविष्य तबाह हुआ है। बोलिन ने गाजा को मानवीय कार्यकर्ताओं के लिए सबसे हृदय विदारक स्थानों में से एक बताया। 14 महीनों से जारी युद्ध में 14,500 से अधिक बच्चों के मारे जाने और हजारों के घायल होने की खबरें हैं।
युद्ध में 14 हजार से ज्यादा बच्चों की मौत
यूनिसेफ ने सर्दियों के शुरू होते ही स्थिति के और खराब होने की चेतावनी भी दी। गाजा में बच्चे ठंड की स्थिति में जी रहे हैं, कई अभी भी गर्मियों के कपड़े पहने हुए हैं और नंगे पैर हैं। बोलिन ने कहा कि बच्चे गर्मी के लिए जलाने के लिए मलबे से प्लास्टिक खोज रहे हैं, ताकि गर्म रह सकें। स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और अस्पतालों पर चल रहे हमलों के कारण पूरे क्षेत्र में बीमारियां फैल रही हैं। इससे पहले ह्यूमन राइट्स वॉच ने आरोप लगाया था कि इस्राइल गाजा में फलस्तीनियों को साफ पानी नहीं दे रहा है। हालांकि इस्राइल ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था।
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