जम्मू। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के राजौरी जिले (Rajouri district) में पुलिस ने शुक्रवार को पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों (Pakistan based terrorists) के आका की संपत्ति कुर्क (Property confiscated) कर ली। अधिकारियों ने बताया कि बुधल के समोटे गांव में घोषित अपराधी जिया-उल-रहमान (Declared criminal Zia-ul-Rahman) की 19 मरला जमीन को कुर्क कर लिया गया। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक कोटरंका वजाहत हुसैन और तहसीलदार सैयद साहिल के नेतृत्व में हुई। साथ ही, पुलिस और नागरिक प्रशासन की संयुक्त टीम को इसमें लगाया गया था। राजस्व अधिकारियों की उपस्थिति में अदालत के आदेश पर संपत्ति कुर्क की गई।
दूसरी ओर, हुर्रियत कांफ्रेंस के अध्यक्ष और कश्मीर के मुख्य मौलवी मीरवाइज उमर फारूक ने शुक्रवार को गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कि उन्हें लगातार तीसरे सप्ताह भी नजरबंद रखा गया और जामिया मस्जिद में सामूहिक नमाज अदा करने से रोका गया। मीरवाइज ने दावा किया कि उन्हें पुराने श्रीनगर में जामिया मस्जिद में शुक्रवार की नमाज में शामिल होने से रोक दिया गया था। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ‘लगातार तीसरे शुक्रवार को जामिया मस्जिद जाने से रोका गया। हाड़ कंपा देने वाली ठंड के बावजूद हजारों श्रद्धालु – बुजुर्ग, महिलाएं, दिव्यांग, बच्चे और घाटी भर से लोग इकट्ठा होते हैं। बड़ी मस्जिद में ईश्वर का वचन सुनने के लिए बहुत स्नेह और भक्ति व उत्सुकता से इंतजार करते हैं।’
मौलवी मीरवाइज उमर फारूक ने कहा, ‘जब सत्ता में बैठे लोग क्रूर बल का प्रयोग करते हैं और मुझे हिरासत में लेते हैं, तो यह उन सभी के लिए कितनी पीड़ा और निराशा होती है। वे उन्हें, मुझे और घाटी के मुसलमानों को होने वाले दुख के प्रति पूरी तरह से असंवेदनशील और हृदयहीन समझते हैं।’ मीरवाइज के घर में नजरबंदी के दावे पर नागरिक या पुलिस अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस बीच, अंजुमन औकाफ जामा मस्जिद श्रीनगर ने अपने प्रमुख व मीरवाइज को लगातार तीसरे शुक्रवार को घर में नजरबंद रखने की निंदा की। औकाफ ने कहा कि प्रशासन मीरवाइज के धार्मिक कामकाज पर मनमाने और अनुचित प्रतिबंध लगाता है।
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