डेस्क: अपने सस्ते फोन से टेक मार्केट में धमाल मचाने वाली Micromax ने अब एक बड़ा फैसला है. कंपनी ने ताइवान की स्टोरेज चिप कंपनी फिसन ने स्थानीय स्तर पर एआई की क्षमता वाली स्टोरेज चिपसेट मॉड्यूल डिजाइन और निर्माण के लिए एक ज्वाइंट वेंचर की स्थापना की है. जिसका नाम MiPhi है.
माइक्रोमैक्स इंफॉर्मेटिक्स के सह-संस्थापक ने बताया कि कंपनी ने नोएडा में इसके लिए प्रोडक्शन शुरू कर दिया है. फिसन, NAND कंट्रोलर और NAND स्टोरेज प्रौद्योगिकियों में अग्रणी है. हमने भारत में एक संयुक्त उद्यम स्थापित करने के लिए उनके साथ साझेदारी की है, जिसमें माइक्रोमैक्स की 55 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी और 45 प्रतिशत हिस्सेदारी फिसन की होगी. उन्होंने कहा कि कंपनी सर्वरों के लिए स्टोरेज चिपसेट डिजाइन करने पर ध्यान केंद्रित करेगी, जो सुरक्षा और रणनीतिक दोनों हिसाब से देश के विकास के बेहद जरूरी हैं.
आगे कहा कि इस वेंचर के साथ हमारा लक्ष्य GPU की लागत को दसवें हिस्से तक कम करना है. जो दुनिया में प्रति टोकन लागत सबसे कम होगी. इससे हमें न केवल भारत में बल्कि विशिष्ट सहमत क्षेत्रों में भी AI लैंडस्केप को बदलने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि भारत में कुछ अग्रणी संगठनों के साथ परीक्षण इसी महीने पूरा हो जाएगा और कमर्शियल शिपमेंट 2025 की पहली तिमाही में शुरू हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि ऐसी कुछ ही कंपनियां हैं जो स्टोरेज सॉल्यूशन उपलब्ध करा रही हैं. यह उन देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, खासकर भारत के लिए, जहां कोई खुद की स्टोरेज सॉल्यूशनकंपनी नहीं है. हमारा ज्वाइंट वेंचर विदेशी प्रौद्योगिकियों पर निर्भरता कम करने में मदद करेगा, क्योंकि हमारे पास अपना स्वयं का डिजाइन और विनिर्माण होगा.
उन्होंने कहा कि कंपनी नए लोगों को नियुक्त करेगी और उन्हें स्टोरेज टेक्नोलॉजी डेवलप करने की ट्रेनिंग देगी. शर्मा ने कहा कि हमारी अवधारणा पहले भारत और फिर विश्व के लिए तैयार की गई है. हमारा लक्ष्य है कि 2 वर्षों में पहला डिजाइन तैयार करने की है. हम एक टीम बना रहे हैं और हमें उम्मीद है कि अगले 3 वर्षों में हमारे पास 1,000 इंजीनियर होंगे और फिसन उन सभी को ट्रेनिंग देगी.
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