इंदौर। जम्मू कश्मीर के पवित्र धर्मस्थल वैष्णोदेवी में वहां की प्रस्तावित रोप-वे परियोजना के खिलाफ लगातार चल रहे विरोध-प्रदर्शन और आंदोलन के कारण क्रिसमस की छुट्टियों में वहा जाने वाले इंदौर और आसपास के श्रद्धालुओं के मन में संशय की स्थिति बनी हुई है। परसों 18 दिसंबर को भी कटरा में पूर्ण हड़ताल का आव्हान किया गया है।
आंदोलन का नेतृत्व कर रही श्री माता वैष्णोदेवी संघर्ष समिति ने 18 दिसंबर को पूर्ण हड़ताल का आह्वान किया है। इस दिन होटल, गेस्ट हाउस, बस, टैक्सी, ऑटो बंद रहेंगे। कल भी प्रदर्शनकारियों ने कटरा के मुख्य बाजार में रैली निकाली थी और रोप-वे स्थापित करने के लिए मंदिर बोर्ड के खिलाफ नारेबाजी की थी। इसके पहले गत नवंबर के अंतिम सप्ताह में भी तीन से चार दिन का बंद रखा गया था, जिससे यात्रियों को घोड़े, पिट्टू, पालकी नहीं मिलने से लेकर खाने-पीने तक कि वस्तुओं के लिए भारी परेशानी आई थी।
विशेषकर बच्चों और परिवार के साथ वैष्णोदेवी आए लोगों को खासी दिक्कतें उठाना पड़ी थीं। अगले सप्ताह से क्रिसमस की छुट्टियां शुरू हो रही हैं। ऐसे में इंदौर और आसपास के अन्य जिलों के वहां जाने की योजना बना रहे श्रद्धालुओं को इस आंदोलन की सोशल मीडिया से मिल रही जानकारी ने चिंतित कर दिया है। जिन्होंने पहले से रिजर्वेशन करा रखा है, वे संशय में हैं। आगे भी यह आंदोलन चलने की शंका के चलते कई श्रद्धालु रिजर्वेशन कैंसल करवा कर अन्य कहीं जाने का प्लान भी बना रहे हैं।
यह है विरोध का कारण
श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड ने कटरा में ताराकोट मार्ग से सांझी छत के बीच 12 किलोमीटर लंबे रूट पर 250 करोड़ रुपए से यात्री रोपवे परियोजना को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है, जिसके टेंडर की प्रक्रिया हो चुकी है। यात्रा मार्ग के दुकानदार, पि_ू और पालकी वालों के साथ स्थानीय लोग इस परियोजना का विरोध कर रहे है, क्योंकि उन्हें अपनी आजीविका के खत्म होने की आशंका है।
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