अंबाला । ‘दिल्ली चलो’ मार्च के दौरान (During ‘Delhi Chalo’ March) किसानों पर (On Farmers) पुलिस ने आंसू गैस और वाटर कैनन चलाई (Police fired Tear Gas and Water Cannon) । हरियाणा-पंजाब शंभू बॉर्डर पर किसानों का ‘दिल्ली चलो’ मार्च शनिवार को फिर विवादों में घिर गया। किसानों ने दोपहर 12 बजे दिल्ली की ओर मार्च की शुरुआत की, लेकिन जब वे घग्गर नदी के पुल पर पहुंचे, तो हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इसके बाद पुलिस और किसानों के बीच तीखी बहस हुई। किसानों ने जब विरोध जताया और जाली उखाड़ने की कोशिश की, तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया।
इस झड़प में 9 किसान घायल हो गए, जिनका इलाज अस्पताल में कराया गया। किसानों का आरोप है कि पुलिस ने रॉकेट लॉन्चर से बम और गोलियां फेंकी, जिससे उनकी जान को खतरा हुआ। इसके अलावा, पुलिस ने गंदे पानी का इस्तेमाल भी किया, जो किसानों के मुताबिक अत्यधिक असंवेदनशील था। किसानों का कहना है कि दिल्ली तक मार्च करना उनका अधिकार है और उन्हें अपनी आवाज उठाने का पूरा हक है। एक किसान ने कहा, “हमें दिल्ली जाने की अनुमति मिलनी चाहिए, क्योंकि राष्ट्रीय राजधानी में जाकर अपनी आवाज उठाना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है। हमारी आवाज को दबाया नहीं जा सकता।”
अम्बाला एसपी ने कहा, “अगर आपको दिल्ली जाना है तो आप परमिशन के लिए आवेदन दे और अगर आपको परमिशन मिलती है तो हम आपको खुद वहां तक छोड़कर आएंगे। एसपी ने कहा, “…बैठक की अगली तारीख 18 दिसंबर है। हम आपसे अपील करते हैं कि आप यहां शांति से बैठें और नियमों का पालन करें। हरियाणा पुलिस और प्रशासन की ओर से किसानों से शांति से बैठने की अपील की गई है। अंबाला के एसपी ने कहा, “हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप शांति से बैठें और आगामी बैठक में भाग लें, जो 18 दिसंबर को होगी। यदि आपको दिल्ली जाना है, तो आप परमिशन के लिए आवेदन करें और यदि अनुमति मिलती है, तो हम खुद आपको दिल्ली तक छोड़ने आएंगे।”
इस घटनाक्रम के बाद हरियाणा सरकार ने अंबाला जिले के 12 गांवों में इंटरनेट सेवाओं को 18 दिसंबर तक बंद करने का आदेश दिया है। इंटरनेट सेवाएं 17 दिसंबर रात 12 बजे तक बंद रहेंगी, ताकि किसी भी प्रकार की अफवाहें फैलने से रोका जा सके,वहीं खनौरी बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता जगजीत डल्लेवाल ने 19वें दिन भी आमरण अनशन जारी रखा है, जिससे उनकी तबियत पर गंभीर असर पड़ने की चिंता बनी हुई है। किसान नेता सरवण पंधेर ने कहा कि डल्लेवाल की हालत को लेकर देशभर में चिंता है, लेकिन प्रधानमंत्री ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
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