बेंगलुरु । कर्नाटक सरकार (Karnataka Government) ने पूर्व मुख्यमंत्री एस.एम.कृष्णा के सम्मान में (In honor of former Chief Minister S.M.Krishna) तीन दिन के राजकीय शोक (Three-days State Mourning) की घोषणा की (Announced) । वरिष्ठ राजनीतिज्ञ एस एम कृष्णा का सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात निधन हो गया ।
कर्नाटक सरकार की ओर से जारी आधिकारिक सूचना के मुताबिक, 10 से 12 दिसंबर तक तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की गई है। इस दौरान कोई आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं होगा। राजकीय शोक होने की वजह से सभी सरकारी इमारतों में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा।
एसएम कृष्णा (92) का सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात 2:45 बजे उनके आवास पर निधन हो गया । वह उम्र संबंधित बीमारियों से लंबे समय से ग्रसित थे। उनका अंतिम संस्कार मांड्या जिले में उनके पैतृक स्थान पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। अपनी बौद्धिक क्षमता और प्रशासनिक कौशल के लिए जाने जाने वाले एसएम कृष्णा का राजनीतिक करियर पांच दशक से भी ज्यादा समय तक शानदार रहा।
बता दें कि 1932 में जन्में एसएम कृष्णा का आज सुबह 2:45 बजे निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को आज मद्दुर ले जाया जाएगा। वे साल 1999 से 2004 कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे। वहीं साल 2004 से 2008 तक महाराष्ट्र के राज्यपाल रहे थे। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कृष्णा को 22 मई 2009 को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया था और 23 मई 2009 को उन्हें विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। मार्च 2017 में एसएम कृष्णा कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे।
अपनी सेवानिवृत्ति तक कर्नाटक की राजनीति में मार्गदर्शक बने रहे। उनके योगदान के सम्मान में, उन्हें 2023 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। कृष्णा की सार्वजनिक सेवा के प्रति प्रतिबद्धता और कर्नाटक के लिए उनके दृष्टिकोण ने राज्य के शासन और विकास पर एक अमिट छाप छोड़ी। सक्रिय राजनीति से दूर रहने के बाद भी, कर्नाटक की सांस्कृतिक विरासत के साथ उनका जुड़ाव मजबूत रहा।
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