सीहोर। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सीहोर जिले (Sehore district) के एक सरकारी स्कूल (Government school) में मौजूद सालों पुरानी मजारें हटाने की मांग (Demand Remove years old Tomb) को लेकर शुक्रवार को हिंदूवादी संगठन और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता स्कूल पहुंचे और जमकर नारेबाज़ी की। हंगामा बढ़ता देख पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और जल्द कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया।
इस दौरान हिंदूवादी संगठनों ने आरोप लगाया कि मजार होने से यहां पर लोग झाड़-फूंक कराने आते हैं, जिससे बच्चे डरकर अंध विश्वास की तरफ जा रहे हैं। साथ ही यहां आने वाले बाहरी लोग स्कूल की बच्चियों को भी परेशान करते हैं। बताया जा रहा है कि स्कूल में यह मजारें सालों पुरानी हैं और इनको हटाने के लिए स्कूल प्राचार्य पत्र भी लिख चुकी हैं।
यह मामला सीहोर जिले के शासकीय क्रमांक 1 स्कूल का है, जहां हिंदू संगठन और एबीवीपी के लोग शुक्रवार सुबह पहुंचे और स्कूल में सालों पुरानी मजारें हटाने की मांग की। उन्होंने स्कूल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए हंगामा भी मचाया। इस दौरान स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों में अफरातफरी मच गई।
प्रदर्शन कर रहे कथावाचक मोहित पाठक ने बताया कि यहां लैंड जिहाद हो रहा है। यहां घोड़े और गधे गाड़े गए हैं। उन्होंने बताया कि यहां 1818 में अंग्रेजों की छावनी थी फिर 1837 में यहां स्कूल बन गया। उसके बाद कुछ गधे और घोड़े मर गए तो यहां उनकी समाधि बना दी गई। यहां अंधविश्वास को फैलाने के लिए इन्हें बनाया गया है और इन्हें हटाना चाहिए। हम मंगलवार तक की चेतावनी देते हैं कि इसे नहीं हटाया गया तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। मोहित पाठक ने बताया कि कुछ साल पहले जब मैं यहा पढ़ता था तो यहां सिर्फ 1 मजार ही थी, लेकिन धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ते हुए 9 तक पहुंच गई हैं।
उधर इस मामले में स्कूल की प्राचार्य सुनीता जैन ने बताया कि मामले को लेकर डेढ़ साल पहले शिक्षा अधिकारी को एक आवेदन दिया गया था लेकिन उन्होंने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। बाहरी लोगों से बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्राचार्य ने कहा कि शैक्षणिक समय के दौरान सुबह 10 बजे से शाम के 5 बजे तक स्कूल परिसर में किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक है। वहीं शिक्षा अधिकारी का इस मामले को लेकर कहना है कि शिकायत प्राप्त हुई थी और मामले में जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि यह मज़ारे कई सालों से वहां पर हैं।
सूचना पर पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत कराया। बताया जाता है कि सीहोर जिले में शासकीय स्कूलों में इस प्रकार के कई स्कूल है जहां मजारों का मकड़ जाल फैला हुआ है।
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