महाकुम्भ नगर । आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के तिरुमला पर्वत पर स्थित विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर (Tirupati Temple) में विराजमान भगवान बालाजी (lord balaji) के दर्शन करने की लालसा हर किसी के मन में होती है। हर कोई वहां नहीं पहुंच भी पाता है लेकिन क्या आपको पता है कि तिरुपति मंदिर में भगवान बालाजी के अगल-बगल बालाजी और उनकी पत्नी पद्मावती की स्वर्ण प्रतिमाएं भी रखी हुई हैं। इन स्वर्ण प्रतिमाओं का दर्शन एक बार फिर प्रयागराज में संगम की रेती पर लगने जा रहे महाकुम्भ में श्रद्धालु कर सकेंगे। जिसे मेला की अवधि में यहां पर लाया जाएगा। इसके पहले वर्ष 2013 में भी दोनों प्रतिमाएं यहां आईं थी।
महाकुंभ में संगमतट पर विराजेंगे भगवान बालाजी
महाकुम्भ के लिए तिरुपति बालाजी ट्रस्ट की ओर से इस बार नागवासुकि सेक्टर छह में शिविर लगाया जाएगा। जिसमें बालाजी की आठ फीट की प्रतिमा की प्रतिकृति रखी जाएगी, जिसे आंध्र प्रदेश के कारीगर बनाएंगे और बनने के बाद वहां से प्रतिमा आएगी। खास बात है कि प्रतिमा की प्रतिकृति के अगल-बगल बालाजी व पद्मावती की दो-दो फीट की स्वर्ण प्रतिमाएं भी रखी जाएंगी। जिसे ट्रस्ट के पदाधिकारी मेला शुरू होने से पहले दस जनवरी तक शिविर में लेकर आएंगे। तिरुमला तिरुपति धर्म संघ के संयोजक व पूर्व पार्षद राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि शिविर में बालाजी के मंदिर का निर्माण और सारे आभूषण व अन्य निर्माण सामग्री तिरुपति के कारीगर करेंगे। सभी सामग्रियां ट्रकों से तिरुपति से मेला क्षेत्र में पहुंचेंगी। मेला की अवधि में पालकी शोभायात्रा निकाली जाएगी। प्रमुख शाही स्नान पर्वों को छोड़कर अन्य दिनों में दोनों स्वर्ण प्रतिमाओं की पालकी शोभायात्रा निकलेगी, जिसे संगम दर्शन, अक्षयवट का दर्शन व लेटे हुए हनुमान जी के मंदिर परिसर में ले जाया जाएगा। मेला की अवधि में श्रद्धालुओं को प्रतिमाओं का दर्शन करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। हालांकि स्वर्ण प्रतिमाएं होने की वजह से शिविर में बनाए जाने वाले मंदिर के सामने बैरिकेडिंग रहेगी। जिससे कि श्रद्धालुओं को प्रतिमाओं का दर्शन आसानी से कराया जा सके।
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