विहिप की समरसता यात्रा का समापन, संतों ने की पदयात्रा
इंदौर। पिछले पांच दिनों से निकाली जा रही विश्व हिन्दू परिषद (VHP) की समरसता पदयात्रा (Harmony walk) का कल समापन हो गया। यात्रा की शुरूआत महू (Mhow) से की गई थी। इस दौरान पदयात्रा ने 27 बस्तियों में भ्रमण किया और समाज के लोगों के साथ बैठकर बात की। पदयात्रा में बड़ी संख्या में संत समाज भी शामिल हुआ।
संविधान दिवस पर विश्व हिन्दू परिषद ने महू के बाबा साहेब आम्बेडकर प्रतिमास्थल से समरसता पद यात्रा की शुरूआत की थी। पदयात्रा का उद्देश्य समाज में सबको एक सूत्र में पिरोकर समरसता का संदेश देना था। यह पदयात्रा सभी जिलों से होती हुई कल जगन्नाथ जिले के महालक्ष्मी नगर में समाप्त हुई। यात्रा के समापन पर संतों का घर-घर से स्वागत भी किया गया। इस दौरान जय भीम और जयश्रीराम के नारे एकसाथ लगे तो माहौल पूरा धर्ममय हो गया। गसामाजिक समरसता अभियान के प्रांत प्रमुख मुकेश चौधरी ने बताया कि पांच दिन तक 27 सेवा बस्तियों की पदयात्रा की गई और 19 संतों ने इस दौरान 85 परिवारों में विश्राम और अल्पाहार किया। यात्रा मार्ग में आने वाले भगवान वाल्मिकी, वीर गोगादेव, संत शिरोमणि रविदासजी महाराज के मंदिरों में पूजा-अर्चना की। इस दौरान 1 हजार कार्यकर्ता इस यात्रा से जुड़े और अजा वर्ग के 3 हजार से अधिक परिवारों में यात्रा में शामिल लोगों ने संपर्क किया। कल यात्रा के समापन पर दिलीप जैन, विकास अग्रवाल, तन्नू शर्मा, अजय जाट, यश बचानी, संजय चौहान, पिंकी खंडयात्रेलवाल, संतोष वर्मा, राजेश गौड़ सहित बड़़़ी संख्या में विहिप कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रचार प्रमुख गन्नी चौकसे ने बताया कि समापन के बाद सभी सेवा बस्तियों के मंदिरों में साप्ताहिक सत्संग और सेवा कार्य प्रारंभ किए जाएंगे। विदित है कि विश्व हिन्दू परिषद द्वारा समाज में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से उक्त यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यात्रा के दौरान संपूर्ण हिन्दू समाज को एकसूत्र में पिरोने का आह्वान भी किया गया।