उज्जैन। राम मंदिर निर्माण के दौरान हनुमानजी को अपना ईष्ट बताने वाले एक साधुरूपी बालक के कई वीडियो वायरल हुए थे। आज उन्होंने महाकाल में भस्मारती की। कालों के काल बाबा महाकाल के दरबार में आज सुबह अगहन कृष्ण पक्ष की सप्तमी पर भस्म आरती के दौरान एक ऐसे संत बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे जिन्हें देखकर हर कोई अचंभित रह गया। संत की कद काठी काफी कम थी लेकिन इन्होंने अपने मस्तक पर त्रिपुंड और रुद्राक्ष की माला पहन रखी थी। भस्म आरती के बाद उन्होंने चांदी द्वार पर पहुंचकर भगवान का पूजन अर्चन किया और उसके बाद यहीं से बाबा महाकाल का आशीर्वाद प्राप्त किया। आज तड़के महाकालेश्वर की भस्मार्ती में अयोध्या की हनुमानगढ़ी से संत मंत्र बाबा दर्शन करने पहुंचे थे। देखने में तो यह संत एकदम साधारण नजर आ रहे थे लेकिन इनकी कद काठी के कारण हर कोई इन्हें देखता रह गया। संत की ऊंचाई लगभग 2 फीट थी, जिन्हें चांदी द्वार से भगवान महाकाल के दर्शन कराए गए। संत के साथ कुछ अन्य लोग भी थे जो कि पूजन अर्चन के दौरान उनका सहयोग करते नजर आ रहे थे। बताया जाता है कि संत ने लगभग 2 घंटे नंदी हॉल में बैठकर भस्म आरती में बाबा महाकाल के निराकार से साकार स्वरूप के दर्शन किए और उसके बाद वे बाबा महाकाल की भक्ति में लीन नजर आए।
महानिर्वाणी अखाड़े भी पहुंचे
हनुमानगढ़ी अयोध्या से आए संत मंत्र बाबा महाकाल के दर्शन करने के बाद महानिर्वाणी अखाड़े के गादीपति महंत विनीत गिरी महाराज से मिलने अखाड़े पर पहुंचे, जहाँ महंत विनीत गिरी ने उनका स्वागत किया। आरती में शामिल श्रद्धालु अयोध्या से आए नन्हें संत को कौतुहल से देखते रहे।
चामुंडा के समीप मृत मिले व्यक्ति की पहचान हुई
उज्जैन। कल शाम चामुंडा चौराहे के समीप एक व्यक्ति की लाश बरामद हुई थी। पुलिस ने उसके शव की पहचान के प्रयास किए और आज सुबह उसकी पहचान हो गई। पुलिस को इंदौर से आए विकास नामक व्यक्ति ने बताया कि मृतक उसके पिता हैं और उनका नाम मुन्नालाल कुशवाह उम्र 75 साल है। उसके पिता लंबे समय से घर से निकल गए थे और इधर उधर भटकते फिरते थे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved