अलवर । राजस्थान (Rajasthan) में बाघों (Tigers) की सुरक्षा को लेकर बड़ी लापरवाही सामने आई है. सरिस्का (Sariska), रणथंभौर (Ranthambore), मुकुंदरा (Mukundra) समेत कई जगहों पर बाघों की निगरानी के लिए लगाए गए महंगे कैमरे (Camera) खराब हो चुके हैं. ज्यादातर जगहों पर बैटरियां खराब हो गई हैं, जबकि कुछ जगह कैमरे पूरी तरह बंद हैं. इस कारण बाघों और अन्य वन्यजीवों की सुरक्षा खतरे में है.
5 साल पहले सरिस्का, मुकुंदरा, रणथंभौर, पाली के जवाई बांध और झालाना में बाघों की निगरानी के लिए हाई-रेगुलेशन कैमरे लगाए गए थे. हर टावर पर 5 कैमरे लगे थे, जिनसे शिकारियों पर नजर रखने और जंगल में हो रही गतिविधियों की मॉनिटरिंग आसान हुई थी. लेकिन लंबे समय से ये कैमरे बंद हैं. हाल ही में रणथंभौर में एक बाघ की मौत के बाद पता चला कि वहां का कैमरा टावर लंबे समय से बंद था.
सरिस्का, रणथंभौर, मुकुंदरा में लगे सीसीटीवी कैमरे खराब
वन विभाग ने बताया कि इस साल भारी बारिश के कारण कैमरों की बैटरियां और फाइबर केबल खराब हो गई हैं. इसके अलावा, मेंटेनेंस कंपनी का टेंडर भी खत्म हो चुका है. नई मेंटेनेंस एजेंसी के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है. कैमरों की मरम्मत के प्रयास हो रहे हैं, लेकिन वे कुछ घंटे चलने के बाद फिर बंद हो जाते हैं.
सरिस्का के सीसीएफ संग्राम सिंह ने कहा कि कैमरों के बंद होने से जंगल की निगरानी और सर्विलांस प्रभावित हो रहा है. जल्द ही नए उपकरण लगाए जाएंगे. कुछ जगह पर इंजीनियरों ने कैमरे को स्टार्ट करने का प्रयास किया. तो कमरे एक-दो घंटे चलने के बाद कैमरे फिर से बंद हो गए.
मेंटेनेंस कंपनी के टेंडर कंपनी की प्रक्रिया चल रही है
इसके अलावा फाइवर नेटवर्क केबल में भी दिक्कत आ रही है. 9 दिसंबर को मेंटेनेंस कंपनी का टेंडर समाप्त हो रहा है. ऐसे में विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मेंटेनेंस कंपनी का टेंडर करने की प्रक्रिया चल रही है. उसके बाद सभी जगह पर बैटरी, यूपीएस व कैमरे बदले जाएंगे.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved