जब हम ‘अल्फा मेल’ की बात करते हैं, तो हमारी कल्पना में एक ऐसा इंसान उभरता है जो अडिग, आत्मविश्वास से भरा और फौलाद जैसा मजबूत हो। लेकिन क्या आप जानते हैं, इस बाहरी सख्त व्यक्ति के पीछे एक दिल होता है जो बहुत गहराई से भावनाओं को महसूस करता है, अपनों की बेहद परवाह करता है और कभी-कभी आंसुओं में भीग जाता है? स्टार भारत के शो शैतानी रस्में में दमदार मालिक का किरदार निभा रहे अभिनेता सिद्धांत इस्सर, जो दिग्गज कलाकार पुनीत इस्सर के बेटे हैं उसने हुई एक ख़ास बातचीत में उन्होंने अल्फा मेल की इन खूबसूरत बातों को बड़ी गहराई से जोड़ा है। उनके विचार न केवल चौंकाने वाले हैं, बल्कि सोचने पर मजबूर भी करते हैं!
सिद्धांत इस्सर ने बताया,”अल्फा मेल होने का मतलब सिर्फ बाहरी ताकत से नहीं है, बल्कि यह दिल और दिमाग की ताकत से भी है। रतन टाटा को देखिए, वो दुनिया के सबसे सफल बिजनेसमैन में से एक हैं, लेकिन उनकी सच्ची ताकत उनकी विनम्रता और दूसरों के लिए सोचने में है। मेरे लिए, मेरे पापा एक सच्चे अल्फा मेल हैं। बाहर से सख्त लग सकते हैं, लेकिन मेरे लिए वो मेरे सबसे अच्छे दोस्त और टेडी बियर की तरह हैं। असली अल्फा मेल वो होते हैं जो अपने चरित्र से मजबूत, दिल से दयालु और अपने प्रियजनों के सच्चे रक्षक होते हैं। जैसे सलमान खान, जो स्क्रीन पर दबंग हैं, लेकिन घर पर अपने माता-पिता का सम्मान करते हैं और हर किसी की मदद के लिए खड़े रहते हैं। अल्फा होने का मतलब ही है ताकत, प्यार, दयालु, विनम्र होने का अद्भुत मेल!”
उन्होंने आगे कहा,”अल्फा मेल होने का मतलब ये नहीं कि भावनाओं को छिपा लिया जाए! सच कहूं तो, मैं अपने परिवार, दोस्तों और प्रियजनों के सामने सबसे मासूम हूं और हां, मैं आसानी से भावुक हो जाता हूं, आंखें तक नम हो जाती हैं। लोग कहते हैं ‘पुरुष रोते नहीं,’ लेकिन ये बिल्कुल गलत है। सेट पर, जहां मैं ‘शैतानी रस्में’ में मालिक की नकारात्मक भूमिका निभा रहा हूं, वहां लोग हमेशा मुझे कहते हैं, ‘तुम असल जिंदगी में मालिक जैसे बिलकुल नहीं हो!’ मेरा लुक भले ही गंभीर भूमिकाओं में फिट बैठता है, लेकिन असलियत में मैं बेहद दयालु और संवेदनशील हूं। कभी-कभी लगता है कि लोग मेरी विनम्रता को कमजोरी समझ लेते हैं, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है!”
अधिक जानकारी के लिए देखिए ‘शैतानी रस्में’ शो हर सोमवार से शनिवार, रात 10:00 बजे, सिर्फ स्टार भारत पर!
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