नई दिल्ली. मणिपुर (Manipur) में हुई हिंसक झड़पों का एक साल से अधिक हो गया है, लेकिन अभी तक देश के पूर्वी राज्य (Eastern States) में हालात सामान्य नहीं हो पाए हैं. बीच-बीच में हिंसा भड़क उठती है. ताजा मामला 6 लोगों के अपहरण के बाद अब उनके शव मिलने का है, जिसके बाद राज्य में एक बार फिर कर्फ्यू (Curfew) लगाना पड़ गया है. इसी बीच लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शनिवार को मणिपुर में हाल ही में हुई हिंसक झड़पों विचलित करने वाले हालात बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से राज्य का दौरा करने और क्षेत्र में शांति बहाल करने की दिशा में काम करने को लेकर अपील की.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने X पर एक पोस्ट में कहा कि, ‘मणिपुर में हाल ही में हुई हिंसक झड़पों और लगातार हो रहे रक्तपात ने देश को झकझोर कर रख दिया है. पिछले एक साल से अधिक समय से राज्य में विभाजन और पीड़ा का माहौल है. हर भारतीय की उम्मीद थी कि केंद्र और राज्य सरकारें सामंजस्य स्थापित करने और समाधान खोजने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी. एक बार फिर, प्रधानमंत्री से अपील है कि वह मणिपुर का दौरा करें और क्षेत्र में शांति और सद्भाव बहाल करने के लिए काम करें. इस कठिन समय में वहां के लोगों को सहयोग की जरूरत है.
मणिपुर में 3 मई, 2023 से जातीय हिंसा की शुरुआत हुई थी, जो थमने का नाम नहीं ले रही है. गत 12 नवंबर को हथियार बंद उग्रवादियों ने जिरीबाम जिले के बोरोबेक्रा पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया था. इस पुलिस स्टेशन में सीआरपीएफ का कैंप है और पास में राहत शिविर भी लगा है. जवाबी कार्रवाई में सीआरपीएफ ने 11 उग्रवादियों को मार गिराया था. सीआरपीएफ के एक जवान को भी गोली लगी थी.
11 नवंबर को उग्रवादियों के एक समूह ने बोरोबेकरा इलाके में एक पुलिस स्टेशन पर हमला किया, लेकिन सुरक्षा बलों ने हमले को विफल कर दिया, जिसके परिणामस्वरूप 11 उग्रवादी मारे गए. पीछे हटते समय उग्रवादियों ने कथित तौर पर पुलिस स्टेशन के पास एक राहत शिविर से तीन महिलाओं और तीन बच्चों का अपहरण कर लिया था. सूत्रों ने बताया कि शुक्रवार शाम को मणिपुर-असम बॉर्डर पर जिरीबाम जिले के जिरीमुख के सुदूर गांव में एक नदी के पास उनके शव मिले थे. शवों को शुक्रवार रात असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया और पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल के मुर्दाघर में रखा गया. घाटी के जिलों में 6 लोगों की हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं, जिनके शव जिरीबाम में मिले थे.
पूर्वोत्तर राज्य में मौजूदा स्थिति को देखते हुए इंफाल वेस्ट, इंफाल ईस्ट, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग, कांगपोकपी और चुराचंदपुर जिलों में 2 दिनों के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है. इंफाल घाटी के कुछ हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा की खबरें आई हैं, क्योंकि भीड़ ने कई विधायकों के घरों पर धावा बोल दिया और संपत्ति को नष्ट कर दिया.
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