डेस्क: न्यूजीलैंड (New Zealand) की संसद (Parliament) में गुरुवार (14 नवंबर 2024) को एक दिलचस्प सीन देखने को मिला. दरअसल, अपने भाषणों की वजह से चर्चा में रहने वाली और सबसे कम उम्र की माओरी सांसद हाना-रावहिती करियारीकी मैपी-क्लार्क (Hana-Rawhiti Kariariki Mapei-Clark) ने सदन में स्वदेशी संधि विधेयक (Indigenous Treaty Bill) के विरोध में उत्साहपूर्ण हाका नृत्य करना शुरू कर दिया.
यही नहीं, ऐसा करते-करते उन्होंने स्वदेशी संधि विधेयक की एक कॉपी भी फाड़ दी. देखते ही देखते उनके साथ कुछ अन्य सांसद भी इस तरह के विरोध में शामिल हो गए. कुछ ही पल में सदन के अन्य सदस्य और गैलरी में बैठे दर्शक भी हाना-रावहिती करियारीकी मैपी-क्लार्क के साथ हाका डांस में शामिल हो गए, जिसके कारण स्पीकर गेरी ब्राउनली ने सदन के सत्र को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया.
The youngest member of New Zealand’s parliament, Māori Party MP Hana-Rawhiti Kareariki Maipi-Clarke, started a haka to protest the first vote on a contentious bill that would reinterpret a 184-year-old treaty between the British and Indigenous Maori.
The parliament was briefly… pic.twitter.com/ik8hreIpAM
— Gulf Daily News (@GDNonline) November 14, 2024
विवादास्पद संधि सिद्धांत विधेयक को बहुत कम समर्थन मिला है और इसके कानून बनने की संभावना नहीं है. आलोचकों का कहना है कि यह नस्लीय विवाद और संवैधानिक उथल-पुथल की धमकी देता है, जबकि हजारों न्यूजीलैंडवासी इस सप्ताह इसका विरोध करने के लिए देश भर में यात्रा कर रहे हैं. बताया गया है कि 1840 की वेटांगी संधि में निर्धारित सिद्धांतों के तहत, जो सरकार और माओरी के बीच संबंधों को निर्देशित करते हैं, जनजातियों को ब्रिटिशों को शासन सौंपने के बदले में अपनी भूमि को बनाए रखने और अपने हितों की रक्षा करने के व्यापक अधिकारों का वादा किया गया था. बिल में निर्दिष्ट किया जाएगा कि वे अधिकार सभी न्यूजीलैंडवासियों पर लागू होने चाहिए.
हाना-रावहिती करियारीकी मैपी-क्लार्क न्यूजीलैंड की 22 वर्षीय सांसद हैं, जो संसद में ते पाटी माओरी का प्रतिनिधित्व करती हैं. वह सदन में सबसे कम उम्र की सांसद हैं। मैपी-क्लार्क ने शुरुआत में तब सुर्खियां बटोरीं जब वह न्यूजीलैंड में 2023 के चुनावों में चुनी गईं और अपने पहले भाषण के दौरान संसद में पारंपरिक हाका का प्रदर्शन किया. वह और उनके पिता दोनों ही ते पाटी माओरी से चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार माने जा रहे थे, लेकिन आखिरकार मैपी-क्लार्क को उनके युवा दृष्टिकोण के कारण चुना गया. मैपी-क्लार्क प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन और उनकी रूढ़िवादी सरकार की मुखर आलोचक रही हैं, जिस पर माओरी अधिकारों को खत्म करने का आरोप लगाया गया है.
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