इंदौर। शहर में बढ़ रहे अपराधों में अब नाबालिग आरोपियों की भूमिका भी बढ़ती नजर आ रही है। पंद्रह दिन में शहर में दो हत्या, ड्रग्स और गैंगरेप में नाबालिग पकड़े गए हैं, जो एक नया ट्रेंड है। ऐसा नहीं है कि पहले अपराधों में नाबालिग नहीं पकड़े जा रहे थे, लेकिन अब वे गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। पहले गार्डन से बैग चुराने, वाहन चोरी, मोबाइल और चेन लूट, गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ के मामले में नाबालिग पकड़े जाते रहे हैं, लेकिन इस माह में पंद्रह दिनों की बात करें तो आजाद नगर और बाणगंगा में हुई दो हत्या में पांच नाबालिग पकड़े गए।
वहीं क्राइम ब्रांच ने ड्रग्स की एक बड़ी खेप के साथ दो नाबालिगों को पकड़ा। कल मल्हारगंज क्षेत्र में एक 15 साल की किशोरी के हाथ-पैर बांधकर उसके साथ गैंगरेप करने वाले दोनों आरोपी भी नाबालिग हैं, जो अब पुलिस के लिए एक नई चुनौती है। नाबालिग आरोपियों पर सख्त कर्रवाई नहीं हो पाती है और वह छूट जाते हैं। कई बार देखने में आया है कि छूटने के बाद वे फिर अपराध करते हैं। कुछ साल पहले बाल सुधारगृह से तो पांच नाबालिग चौकीदार पर हमला कर भाग गए थे, जो आज तक नहीं पकड़े गए। उनमें से कुछ पर तो दो हत्या के केस दर्ज थे। पुलिस का कहना है कि इसके लिए सामाजिक स्तर पर भी प्रयास करना होंगे, ताकि नाबालिगों को अपराध से दूर रखा जा सके।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved