अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Election) में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की जीत के बाद कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर (Congress leader Mani Shankar Aiyar) ने अपनी टिप्पणी (Comment) से विवाद खड़ा कर दिया है. अय्यर ने अफसोस जताया कि एक संदिग्ध चरित्र वाला व्यक्ति, जो वेश्याओं के पास जाता था, उसको संयुक्त राज्य अमेरिका का राष्ट्रपति चुना गया है. कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा, ‘एक तो मुझे बहुत अफसोस होता है कि… ऐसे चरित्र के आदमी को, जिसका इतिहास रहा है कि वह वेश्याओं के साथ संबंध बनाता था और उनको मुंह बंद करने के लिए पैसे देता था, ऐसे जलील आदमी को लोगों ने राष्ट्रपति चुना है.’
2. ट्रंप की जीत के साथ जुड़ेगा एक और ऐतिहासिक पल, अब उषा वेंस बनेंगी भारतीय मूल की ‘सेकंड लेडी’
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Election)में डोनाल्ड ट्रंप (donald trump)की जीत के बाद उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार (Vice Presidential Candidate)जेडी वेंस की जीत(JD Vance Wins) के साथ एक और ऐतिहासिक पल (Historical moment) सामने आया है। इस जीत के बाद जेडी वेंस की पत्नी उषा चिलुकुरी वेंस अब अमेरिका की पहली भारतीय मूल की ‘सेकंड लेडी’ बनने जा रही हैं। आंध्र प्रदेश के एक छोटे से गांव से संबंध रखने वाली उषा वेंस अब इस ऐतिहासिक भूमिका को निभाने वाली हैं। उषा वेंस का जन्म अमेरिका में हुआ था, और उन्होंने येल लॉ स्कूल से अपनी शिक्षा प्राप्त की। एक कुशल वकील और अपने क्षेत्र में प्रतिष्ठित, उषा का परिवार भारतीय मूल का है। शिक्षा में उनकी सफलता के साथ-साथ, उन्होंने अपने परिवार, समुदाय और अपनी जड़ों से जुड़ा रहना भी महत्वपूर्ण समझा। 2014 में उषा ने जेडी वेंस से शादी की और अब उनका तीन बच्चों का एक प्यारा परिवार है।
3. सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, 7500 किलो तक के वाहन चला सकेंगे LMV लाइसेंस धारक
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कमर्शियल कार ड्राइवरों (Commercial car drivers) को राहत देने वाले एक महत्वपूर्ण फैसले (Important decisions) में बुधवार को कहा कि हल्के मोटर वाहन (एलएमवी) का लाइसेंस धारक (Holder of a Light Motor Vehicle (LMV) license) व्यक्ति 7,500 किलोग्राम तक के वजन वाला परिवहन वाहन चला सकता है। प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ के नेतृत्व वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ का यह फैसला लाइसेंसिंग विनियमों पर स्पष्टता प्रदान करता है और उम्मीद है कि यह फैसला बीमा कंपनियों को दुर्घटनाओं में शामिल चालकों के लाइसेंस के प्रकार के आधार पर दावों को खारिज करने से रोकेगा।
इन दिनों दो ही तरह के लोग चर्चा में हैं, एक वे जिन्हें लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) से धमकी मिल रही है और दूसरे वे जो गुजरात की जेल में बंद गैंगस्टर (Gangster) को चुनौती दे रहे हैं। नवाब सतपाल तंवर (Nawab Satpal Tanwar) इन दोनों ही वजहों से सुर्खियों में हैं। एक तरफ तो वह लॉरेंस बिश्नोई को 2 घंटे 4 मिनट में मिटा देने की बात कह रहे हैं तो दूसरी तरफ गैंगस्टर के भाई अनमोल बिश्नोई से धमकी मिलने का दावा किया है। आइए आपको बताते हैं नवाब सतपाल तंवर हैं कौन और क्यों लॉरेंस बिश्नोई से क्यों उनकी ठनी हुई है। सतपाल तंवर भीम सेना नाम के संगठन के प्रमुख हैं। गुरुग्राम के खांडसा इलाके के रहने वाले नवाब सतपाल तंवर ने 2010 में इस संगठन की स्थापना की थी।
5. पराली जलाने पर केंद्र सख्त, सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद केंद्र ने जुर्माना बढ़ाकर दोगुना किया
वायु प्रदूषण (Air Pollution) की समस्या पूरे देश में गंभीर हो गई है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने भी इसे लेकर नाराजगी (Resentment) जाहिर की है। यही वजह है कि अब केंद्र ने भी पराली (Stubble) की समस्या के खिलाफ सख्त रुख अपनाने का फैसला किया है। दरअसल केंद्र सरकार (Central Government) ने पराली जलाने वाले किसानों पर जुर्माने की राशि बढ़ाकर दोगुनी कर दी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पांच एकड़ से ज्यादा जमीन पर पराली जलाने पर जुर्माने की राशि बढ़ाकर 30 हजार रुपये कर दी गई है। केंद्र सरकार के ‘वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग’ ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और इसके आसपास के इलाकों में ‘एनवायरमेंटल कंपेंसेशन फॉर स्टबल बर्निंग संशोधन कानून’ के प्रावधानों को लागू कर दिया है। इस कानून में पराली जलाने पर जुर्माने और फंड के इस्तेमाल के प्रावधान बताए गए हैं।
6. शाहरुख खान को मिली जान से मारने की धमकी, दर्ज हुई FIR
बॉलीवुड (Bollywood) के किंग खान यानी शाहरुख खान (Shahrukh Khan) को जान से मारने (Death Threats) की धमकी मिली है. शाहरुख खान की टीम ने बांद्रा पुलिस (Bandra Police) में शिकायत दर्ज कराई है. बाबा सिद्दिकी के मर्डर के बाद बॉलीवुड के दूसरे सुपरस्टार को धमकी मिली है. इस धमकी के बाद किंग खान की टीम तुरंत हरकत में आई और एफआईआर दर्ज (FIR Registered) कराई. मामला हाईप्रोफाइल देखते हुए बांद्रा पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है.
जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) विधानसभा (Assembly) में धारा 370 (Article 370) की बहाली को लेकर ले गए प्रस्ताव पर उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. जम्मू में इस प्रस्ताव के खिलाफ पाकिस्तान (Pakistan) अधिकृत कश्मीर से आए रिफ्यूजियों (Refugees) ने प्रदर्शन किया. जहां जम्मू कश्मीर में धारा 370 की बहाली वाले प्रस्ताव पर विधानसभा में बवाल मचा हुआ है वहीं अब यह बवाल सड़कों (Road) पर भी पहुंच गया है. धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में रह रहे 23000 से अधिक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के परिवारों को कहीं ऐसे हक मिले जो उन्हें 70 सालों में नहीं मिले थे. जम्मू में पाकिस्तान कश्मीर से आए रिफ्यूजियों के नेता लाभा राम गांधी के मुताबिक जब जम्मू कश्मीर विधानसभा से धारा 370 की बहाली को लेकर आवाज़ आती है तो उन्हें काफी दुख होता है. उन्होंने कहा की धारा 370 के रहते उन जैसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से आए रिफ्यूजियों को पाकिस्तान का तमगा जम्मू कश्मीर में दिया गया था. गांधी के मुताबिक उसके साथ ही ना तो इन परिवारों को जम्मू कश्मीर में मताधिकार था और ना ही उनके बच्चे सरकारी नौकरियों में जा सकते थे.
8. भर्ती नियमों को बीच में नहीं बदला जा सकता, सरकारी नौकरियों पर सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला
सुप्रीम कोर्ट (Supreme) ने गुरुवार को कहा कि सरकारी नौकरियों (Government Jobs) में नियुक्ति के नियमों (Rules) में तब तक बीच में बदलाव नहीं किया जा सकता जब तक कि ऐसा निर्धारित न किया गया हो. भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) की अध्यक्षता वाली पांच जजों की बेंच ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया आवेदन आमंत्रित करने वाले विज्ञापन जारी करने से शुरू होती है और रिक्तियों को भरने के साथ समाप्त होती है. पीठ ने कहा, ‘भर्ती प्रक्रिया के प्रारंभ में अधिसूचित सूची में दर्ज पात्रता मानदंड को भर्ती प्रक्रिया के बीच में तब तक नहीं बदला जा सकता जब तक कि मौजूदा नियम इसकी अनुमति न दें या विज्ञापन मौजूदा नियमों के विपरीत न हो.’ पीठ में जस्टिस ऋषिकेश रॉय, जस्टिस पीएस नरसिम्हा, जस्टिस पंकज मिथल और जस्टिस मनोज मिश्रा भी शामिल थे. उन्होंने सर्वसम्मति से कहा कि यदि मौजूदा नियमों या विज्ञापन के तहत मानदंडों में बदलाव की अनुमति है तो इन्हें संविधान के अनुच्छेद 14 के अनुरूप होना चाहिए, मनमाना नहीं.
9. नकली या असली संविधान? राहुल गांधी की रैली में बंटी ‘लाल किताब’ पर मचा सियासी भूचाल
लोकसभा (Lok Sabha) में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की नागपुर रैली (Nagpur Rally) को लेकर सियासी गलियारों में खूब होहलल्ला हो रहा है। बीजेपी (BJP) के दिग्गज नेता इस रैली को लेकर हमलावर हैं। दरअसल, कांग्रेस ने बुधवार को नागपुर के सुरेश भट सभागार में संविधान सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें राहुल गांधी भी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने ‘लाल किताब’ (Red Book) लहराई, जिसके कवर पर कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया (Constitution of India) लिखा हुआ था, जबकि अंदर कोरे पन्ने थे। कांग्रेस (Congress) का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को नोटपैड बांटा है, जबकि बीजेपी इस मुद्दे को लेकर हमलावर हो गई है। महाराष्ट्र विधानसभा से पहले इसे लेकर बीजेपी ने कांग्रेस को घेरा है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “राहुल गांधी संविधान का सम्मान नहीं करते, इसीलिए उनके हाथ में संविधान शोभा नहीं देता है।
10. भाजपा में कौन लेगा JP नड्डा की जगह? राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में ये नाम सबसे आगे!
मध्य दिसंबर तक नये राष्ट्रीय अध्यक्ष (new national president) के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh (RSS) के बीच सर्वसम्मति बनाने की कोशिश शुरू हो जाएगी. मौजूदा बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा एक्सेंशन पर चल रहे हैं, क्योंकि 2024 के चुनाव अभी खत्म नहीं हुए हैं. जून, 2019 में जेपी नड्डा बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष बने थे, और जनवरी, 2020 तक पूर्णकालिक अध्यक्ष बन चुके थे. पहले लोकसभा चुनावों के कारण उनका कार्यकाल बढ़ाया गया, लेकिन इस, साल के विधानसभा चुनावों को देखते हुए बीजेपी ने बदलाव का जोखिम नहीं उठाया. बताते हैं कि बीजेपी का सदस्यता अभियान खत्म होने के बाद राज्यों में संगठन के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है, और प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष की बारी आएगी. ये भी सुनने में आ रहा है कि आने वाले दो महीनों में बीजेपी को नया अध्यक्ष मिलने के साथ ही संगठन में भी बड़े पैमाने पर बदलाव किया जाएगा.
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