इन्दौर (Indore)। समाधान एक दिन बैठक के बाद सीएम हेल्पलाइन को लेकर मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश प्रशासनिक अमले में भी हलचल का कारण बना हुआ है। कलेक्टर से लेकर एडीएम-एसडीएम तक सीएम हेल्पलाइन को लेकर सतर्क हो गए हैं। कलेक्टर ने जिस दिन शिकायत उसी दिन हो निराकरण की तर्ज पर काम करने के निर्देश जारी किए हैं तो 50 दिन से अधिक शिकायतों के लिए सभी तहसील क्षेत्रों में शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
सीएम हेल्पलाइन को लेकर मुख्यमंत्री की सख्ती के बाद इंदौर जिला शिकायतों को निपटाने में ए ग्रेड के ग्रुप में सातवें पायदान पर है। हालांकि कुछ दिनों में ही आश्चर्यजनक संतुष्टि के प्रकरण हल किए गए हैं। वहीं अब भी कई ऐसे विभाग हैं, जिनकी लापरवाही के कारण ग्रेडिंग में सुधार होने की गुंजाइश है। पुलिस विभाग, नगर निगम, महिला एवं बाल विकास विभाग, चिकित्सा विभाग के साथ छोटी-छोटी शिकायतों की सुनवाई नहीं होने के कारण इंदौर जिले की ग्रेडिंग में सुधार नहीं हो पा रहा है। कलेक्टर ने कल टीएल बैठक के दौरान सीएम हेल्पलाइन के आंकड़ों पर संज्ञान लेते हुए सख्त निर्देश जारी किए हैं।
इन पर नहीं हो रही सुनवाई
पुलिस विभाग द्वारा सूचना रिपोर्ट न लिखना, एफआईआर विलंब से दर्ज करना, सही धाराएं नहीं लगाने के साथ विवेचना में विलंब व लापरवाही, समय पर प्रकरणों को न्यायालय में प्रस्तुत नहीं करने के मामलों के साथ किसी पक्ष से मिलकर दबाव और प्रभाव की भी शिकायतें सामने आ रही हैं। ऐसी शिकायतों में अब तक इंदौर जिले की 2200 शिकायतें पेंडिंग पड़ी हुई हैं। प्रधानमंत्री मातृ वंदना से संबंधित शिकायतों के साथ लड़ली बहनों ने 864 से अधिक शिकायतें दर्ज कराई हैं। वहीं 900 से अधिक छात्रों ने विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति नहीं मिलने, पोस्ट मैट्रिक व प्रावीण्य सूची के आधार पर मिलने वाली राशि नहीं मिलने की भी शिकायत की है। सबसे ज्यादा शिकायतें नगर निगम द्वारा सार्वजनिक स्थलों की साफ-सफाई, कचरा निपटान, शौचालय निर्माण से संबंधित हैं।
खुडै़ल के बाद कनाडिय़ा
50 दिन से ज्यादा समय से पेंडिंग शिकायतों को लेकर कलेक्टर ने निराकरण के लिए शिविर लगाने के निर्देश जारी किए हैं, जिसके आधार पर आज खुड़ैल क्षेत्र में शिकायतों के निराकरण के लिए शिविर लगाया जाएगा। वहीं कनाडिय़ा क्षेत्र में भी पेंडिंग मामलों की सुनवाई आज तहसील कार्यालय में की जाएगी। एल-1 स्तर की शिकायतें तहसीलदार व नायब तहसीलदार द्वारा व एल-2 की शिकायतें अनुविभागीय अधिकारियों द्वारा सुनी जाएंगी। कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करने वाले आवेदकों से मौके पर उपस्थित रहने की गुजारिश की है।
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