- पिछले साल दीवाली के दौरान यह स्तर 267 एक्यूआई रहा था- इस बार और बढ़ गया
उज्जैन । दीपावली की रात जलाए गए पटाखों ने उज्जैन समेत प्रदेश की प्राणवायु को प्रदूषित किया है। पटाखों की वजह से एक रात में जहां पूरे प्रदेश का वायु प्रदूषण स्तर तीन गुना बढ़ गया। वहीं उज्जैन में भी यह पहली बार 322 एक्यूआई तक पहुंच गया था। पिछले साल दीपावली की रात यह स्तर 267 एक्यूआई था। इस बार यह और बढ़ गया।
प्रदूषण विभाग की वेबसाईड से मिली जानकारी के अनुसार दीपावली की रात उज्जैन में हवा में प्रदूषण का स्तर 322 एक्यूआई तक पहुंच गया था। जबकि भोपाल में 314, जबलपुर में 315, रतलाम में 370 और देवास में 316 एक्यूआई दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान से ऊपर जा पहुंचा था। जानकारों के अनुसार इस बार उज्जैन में पहली बार दीपावली पर वायु प्रदूषण का स्तर इतना अधिक बढ़ा है। मध्यप्रदेश प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (एमपीपीसीबी) की रिपोर्ट के अनुसार, शहर भर में पर्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 यानी धूल के बारीक कण से सबसे अधिक प्रदूषण हो रहा है। सभी जगहों पर जो एक्यूआई बढ़ रहा है, इसका मुख्य मुख्य कारण पीएम 2.5 ही है। स्वास्थ्य विभाग ने सर्दी और ज्यादा आतिशबाजी से होने वाले वायु और ध्वनि प्रदूषण के कारण संभावित स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर एडवाइजरी जारी की है। विभाग का कहना है कि प्रदूषण से बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों पर विपरीत असर पड़ सकता है। हवा में मौजूद हानिकारक तत्व जैसे कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन डाइऑक्साइड और छोटे-छोटे कण (पर्टिकुलेट मैटर) स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 से 500 के बीच खतरनाक होता है। प्रदूषण से आंखों, गले और त्वचा में जलन, सांस लेने में दिक्कत, सिरदर्द और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।