पेंटागन। ईरान (Iran) की तरफ से इस्राइल (Israel) पर हमला किए जाने के बाद हर दिन हालात बदल रहे हैं, वहीं इन हालातों में तब और तेजी आ गई, जब इस्राइल ने 26 अक्टूबर को ईरान पर जवाबी हमला कर दिया। इस्राइल से इस्लामी गणराज्य (islamic republic)के सैन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है।
बैलिस्टिक मिसाइल और बी-52 बमवर्षक की तैनाती
इधर शुक्रवार को संयुक्त राज्य अमेरिका ने पश्चिम एशिया में अतिरिक्त सैन्य विमान और हथियारों की तैनाती की घोषणा की, जिसमें बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा विध्वंसक और लंबी दूरी के बी-52 बमवर्षक (B-52 bombers) विमान शामिल हैं। जो कि सीधे-सीधे ईरान के लिए एक चेतावनी है क्योंकि वह और इस्राइल एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं।
पेंटागन ने ईरान और उसके सहयोगियों को चेताया
वहीं पेंटागन के प्रवक्ता मेजर जनरल पैट राइडर ने एक बयान में कहा, अगर ईरान, उसके साझेदार या उसके प्रतिनिधि इस मौके का इस्तेमाल क्षेत्र में अमेरिकी कर्मियों या हितों को निशाना बनाने के लिए करते हैं, तो संयुक्त राज्य अमेरिका अपने लोगों की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा।
पिछले महीने अमेरिका ने की थी थाड की तैनाती
अतिरिक्त संसाधन इस्राइल के समर्थन में पश्चिमी एशिया में पिछले अमेरिकी रक्षा तैनाती पर आधारित हैं, जिसमें पिछले महीने के अंत में देश में तैनात एक ‘थाड’ मिसाइल रक्षा प्रणाली भी शामिल है, जिसे जमीन पर अमेरिकी सैनिकों की तरफ से संचालित किया जाता है। मेजर जनरल पैट राइडर ने कहा कि नई सेना आने वाले महीनों में आनी शुरू हो जाएगी। इस्राइल ने 26 अक्टूबर को ईरान के खिलाफ बड़े हमले किए, जिसमें इस्लामिक गणराज्य के सैन्य बुनियादी ढांचे को तबाह कर दिया गया, जबकि महत्वपूर्ण परमाणु और तेल स्थलों को खाली कर दिया गया।
इस्राइल पर ईरान ने इस साल किए दो बड़े हमले
ईरान ने 2024 में इस्राइल के खिलाफ दो बड़े हमले किए हैं – एक अप्रैल में दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद, जिसके लिए इस्राइल को दोषी ठहराया गया था, और दूसरा अक्टूबर में, जिसके बारे में तेहरान ने कहा कि यह पश्चिम एशिया में उसके समर्थित सशस्त्र समूहों के नेताओं की हत्या के जवाब में था। वहीं पर्यवेक्षकों ने चेतावनी दी है कि क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वियों के बीच जारी सैन्य अभियान और भी बढ़ सकते हैं।
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