रांची! झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) के चुनावी हलफनामे में उनकी उम्र को लेकर उठे विवाद पर उनकी पत्नी और पार्टी विधायक कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) ने भी प्रतिक्रिया दी है। रांची में मीडिया से बात करते हुए कल्पना ने ना केवल इस मुद्दे को लेकर अपने पति और राज्य के मुख्यमंत्री का बचाव किया बल्कि इसे जबरन का मुद्दा बताते हुए इसे चुनावी हार से पहले भाजपा के डर की निशानी भी बताया। उन्होंने इसे बड़ा मुद्दा मानने से भी इनकार कर दिया।
गांडेय सीट से झामुमो उम्मीदवार कल्पना ने कहा, ‘अच्छा क्या उम्र इतना बड़ा मुद्दा हो गया है, उसमें तकनीकी रूप से क्या टर्म का इस्तेमाल किया जाता है, उसमें मेरा बोलना गलत होगा। लेकिन मुझे ऐसा लगता है कि आप इतना डर गए हैं हेमंत सोरेन जी से कि आपको कुछ मुद्दा ही नहीं मिल रहा है, और आप ऐसी-ऐसी बातों को लेकर आ रहे हैं कि जिससे लग रहा है कि आप लोगों ने अपना भविष्य देख लिया है। आपका डर बता रहा है कि आप लोग हेमंत सोरेन से कुछ ज्यादा ही डर गए हैं।’
‘लोगों का भरोसा और हिम्मत हैं हेमंत सोरेन’
आगे कल्पना ने कहा, ‘जब से उनको जेल भेजा है और वो जब से जेल से बाहर आए हैं, और उन्होंने हमारी आधी आबादी को एक सौगात देने का काम किया, लोगों का बिल माफ करने का काम किया और किसानों का ऋण माफ करने का काम किया है, इसलिए आप हेमंत सोरेन जी से इतना डरे हुए हैं। मुझे लगता है कि आज झारखंड की जनता को हेमंत सोरेन पर विश्वास है और हेमंत सोरेन उनकी हिम्मत हैं और उसी के बिना पर हेमंत सोरेन भी अपना काम कर रहे हैं।’
रांची से प्रत्याशी महुआ माजी के लिए किया प्रचार
कल्पना सोरेन ने यह बात JMM की राज्यसभा सांसद और रांची से पार्टी प्रत्याशी महुआ माजी के समर्थन में हरमू चौक पर प्रचार करने के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कही। माजी के प्रचार के तहत दोनों नेताओं ने चौक पर चाय पी और स्थानीय लोगों से बातचीत की और देवी काली के पूजा पंडाल में दर्शन किए।
यह है हेमंत सोरेन की उम्र से जुड़ा विवाद
झारखंड में भाजपा ने हेमंत सोरेन पर आरोप लगाया है कि वह 5 वर्षों में उनकी उम्र 7 साल कैसे बढ़ गई। भाजपा ने आरोप लगाया है कि साल 2019 के चुनाव के वक्त सोरेन ने जो शपथनामा दिया था, उसमें उनकी उम्र 42 वर्ष थी, जबकि 2024 विधानसभा चुनाव के लिए उन्होंने जो शपथनामा दाखिल किया है, उसमें उन्होंने अपनी उम्र 47 साल की बजाय 49 वर्ष बताई है।
भाजपा का कहना है कि अब यह तो हेमंत सोरेन ही बता सकते हैं कि 2019 में उनकी उम्र सही थी या 2024 में उन्होंने जो उम्र दाखिल की है, वह सही है। अगर 2024 में उनकी उम्र सही है तो इसका मतलब है कि उन्होंने 2019 का विधानसभा चुनाव गलत शपथनामा पर जीता था। और अगर ऐसा है तो फिर इसका जिम्मेदार कौन है?
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved