नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच तनाव कम होता नजर आ रहा है। दोनों ही देशों ने लद्दाख स्थित वास्तविक नियंत्रण रेखा से सेनाओं को पीछे हटाने के वादे को हाल ही मे पूरा किया। इसी कड़ी में गुरुवार को भारत-चीन की सेनाओं के बीच दिवाली पर मिठाइयों का भी आदान-प्रदान हुआ। शुक्रवार को दोनों देशों ने सीमाई समझौते का पालन करते हुए गश्त भी शुरू कर दी है। बताया गया है कि अभी दोनो देशों की सेनाओं ने इस गश्त को डेमचोक सेक्टर में शुरू किया है। हालांकि, आने वाले दिनों में देपसांग सेक्टर में भी भारतीय और चीनी सैनिकों की गश्त शुरू हो सकती है।
इस बीच केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने कहा कि वह अरुणाचल प्रदेश के बुमला में सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाने पहुंचे थे। यहां चीनी सेना के जवानों से बात करने और इन्फ्रास्ट्रक्चर को देखकर हर किसी को भारत के सीमाई इलाकों के विकास पर गर्व होगा।
पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सैनिकों के पीछे हटने और गश्त के दोबारा शुरू होने को दोनों देशों के बीच चार साल से अधिक समय से जारी गतिरोध को खत्म करने की दिशा में एक बड़ी सफलता के तौर पर देखा जा रहा है। जून 2020 में गलवां घाटी में हुई झड़प के बाद पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर टकराव की स्थिति थी और भारत-चीन संबंध निचले स्तर पर पहुंच गए थे।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्टूबर को दिल्ली में एलान किया कि पिछले कई हफ्तों से चल रही बातचीत के बाद भारत और चीन के बीच एक समझौते को अंतिम रूप दिया गया है और इससे 2020 में उठे मुद्दों का समाधान निकलेगा। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर गश्त और सैनिकों के पीछे हटने पर समझौते को अंतिम रूप दिया गया, जो चार साल से चल रहे गतिरोध को खत्म करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है।
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