इंदौर। मध्यप्रदेश (MP) में 1 अक्टूबर से बंद हुए ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) और रजिस्ट्रेशन कार्ड (registration cards) नए साल से फिर से मिलना शुरू हो सकते हैं। परिवहन विभाग (Transport Department) इन कार्ड को फिर से शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए 30 दिसंबर तक का समय तय किया गया है, जिसमें नई कंपनी को इस काम के लिए चुना जाएगा, जो नए साल से एक बार फिर आरटीओ ऑफिसों (RTO Offices) से कार्ड जारी करना शुरू करेगी।
उल्लेखनीय है कि परिवहन विभाग में 20 सालों से ज्यादा से काम कर रही स्मार्टचीप कंपनी ने 1 अक्टूबर से काम बंद कर दिया है। इस दौरान कोई नई कंपनी नियुक्त ना हो पाने के कारण परिवहन विभाग ने अव्यवस्था से बचने के लिए कार्ड की व्यवस्था को ही बंद कर दिया है और डिजिटल कार्ड को ही मान्यता दे दी है। लेकिन अब विभाग कार्ड की व्यवस्था को दोबारा शुरू करने की तैयारी में है, जिसके लिए जल्द ही टेंडर जारी करते हुए कंपनी तय की जाएगी।
परिवहन विभाग को हो रहा करोड़ों का नुकसान
प्रदेश में हर माह ढाई लाख से ज्यादा कार्ड जारी होते हैं। त्योहारों के समय नए वाहनों की बिक्री बढऩे पर यह संख्या और भी बढ़ जाती है। एक कार्ड के लिए विभाग 200 रुपए शुल्क लेता है। इस तरह ढाई लाख कार्ड से भी देखें तो विभाग को हर माह 5 करोड़ का नुकसान हो रहा है। इसे देखते हुए ही कार्ड को दोबारा शुरू करने की योजना तैयार की जा रही है।
स्टाफ की कमी से भी बढ़ी परेशानी
अब तक कार्ड उपलब्ध करवाने से लेकर जारी करने से जुड़े सभी काम स्मार्टचीप कंपनी कर रही थी, इसके लिए कंपनी के कर्मचारी विभाग में शासकीय कर्मचारियों के साथ काम करते थे, जिससे उन्हें अतिरिक्त स्टाफ के रुप में कंपनी कर्मचारियों से मदद मिल जाती थी। कंपनी द्वारा काम बंद किए जाने से अब आरटीओ ऑफिसों में स्टाफ की भी कमी हो गई है, जिससे समय पर काम नहीं हो पा रहे हैं। इसे देखते हुए भी विभाग के लिए नई कंपनी नियुक्त करना जरूरी हो गया है।
लोगों को सुविधा और परेशानी दोनों
फिजिकल कार्ड बंद होने से लोगों को सुविधा और परेशानी दोनों हो रही थी। इसके दोबारा शुरू होने पर भी यही स्थिति जारी रहेगी। जिन लोगों के पास स्मार्ट फोन है और विभाग ने मोबाइल नंबर अपडेट हैं, उनके लिए डिजीटल कार्ड डाउनलोड करना आसान था, लेकिन जिनके पास ये नहीं है वे परेशान हो रहे थे। वहीं कार्ड दोबारा शुरू होने पर लोगों को दोबारा आरटीओ ऑफिस और शोरूम के चक्कर लगाने पड़ेंगे। एक बार फिर रिश्वत को भी बढ़ावा मिलेगा।
डुप्लीकेट कार्ड का काम हुआ पूरी तरह से बंद
फिजिकल कार्ड की व्यवस्था खत्म हो जाने के बाद परिवहन विभाग का डुप्लीकेट कार्ड का काम पूरी तरह से बंद हो चुका है। पहले कार्ड खो जाने या टूट जाने पर लोग डुप्लीकेट कार्ड बनवाने आते थे, इसके लिए फीस भी चुकाते थे। लेकिन अब कार्ड खो जाने पर लोग डिजिटल कार्ड डाउनलोड कर रहे हैं। इससे लोगों को सुविधा हो रही है, लेकिन विभाग को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।
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