नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे करीब आ रहे हैं. वैसै-वैसे बयानबाजी का दौर भी तेज होता जा रहा है. महाराष्ट्र की वर्ली सीट से आदित्य ठाकरे शिवसेना (UBT) से चुनावी मैदान में उतरे हैं और टक्कर देने के लिए शिवसेना शिंदे गुट से मिलिंद देवड़ा खड़े हुए हैं, तो वहीं MNS ने इस सीट से संदीप देशपांडे को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिसको लेकर शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों पर निशाना साधा.
वर्ली सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा. इसी को लेकर आनंद दुबे ने कहा वर्ली विधानसभा में जब आदित्य ठाकरे के सामने जब संदीप देशपांडे ‘महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना’ से आए, तो हमें लगा कि B टीम कैसे हमारा मुकाबला करेगी. A टीम कहां छुपी हुई है. अब A टीम सामने आ गई है. यानी मिलिंद देवड़ा और संदीप देशपांडे मिलकर अब आदित्य ठाकरे का मुकाबला करने आए हैं.
उन्होंने आगे आदित्य ठाकरे काम के बारे में बोलते हुए कहा कि आदित्य ठाकरे के पास तो दिखाने के लिए 5 साल का इतिहास है, जो काम उन्होंने वर्ली के लिए पिछले 5 सालों में किए हैं, आपके पास दिखाने के लिए काम का कौन सा इतिहास है? मिलिंद जी (मिलिंद देवड़ा), आप 2014 की लोकसभा हार गए, 2019 की लोकसभा हार गए और पुनर्वास के लिए राजनीति से पूरी तरह गायब हो गए. फिर आपने पिछले दरवाजे से राज्यसभा का रास्ता अपनाया.
यहीं नहीं उन्होंने यह भी कहा कि अब जब एकनाथ शिंदे की तथाकथित शिवसेना के पास कोई उम्मीदवार नहीं मिल रहा था और हार का ठीकरा किसके सिर फोड़ा जाए, फिर काफी सोच-विचार और मंथन के बाद आपको आगे लाया गया कि आदित्य ठाकरे के सामने हारने वाले भी कोई चेहरे चाहिए. संदीप देशपांडे अकेले ही क्यों अपनी करकिरी करवाएं. एक साथी और यानी एक से भले दो. अब आदित्य ठाकरे, संदीप देशपांडे और मिलिंद देवड़ा दोनों को हराएंगे और फिर मंत्री बनेंगे. क्योंकि वर्ली के लोगों ने आदित्य ठाकरे को चुनने का फैसला कर लिया है.
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