गुरुग्राम। हरियाणा (Haryana) के गुरुग्राम (Gurugram) में सरस्वती एन्क्लेव कॉलोनी (Saraswati Enclave Colony) के एक मकान के कमरे में शुक्रवार देर रात आग लग गई। कुछ ही देर में आग पूरे कमरे में फैल गई। इससे वहां सो रहे दो सगे भाइयों (Two real brothers) समेत चार लोगों (Four people) की जिंदा जलकर मौत हो गई। सभी मृतक पूर्वी चंपारण (East Champaran) के रहने वाले थे। शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही।
पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन थाना क्षेत्र के लौखान खैरवा टोला निवासी नूर आलम और उनका सगा भाई मोहम्मद मुश्ताक गुरुग्राम की एक गारमेंट कंपनी में टेलर का काम करते थे। वे सेक्टर-37 के एक मकान में किराए पर रहते थे। उनके साथ वाले कमरे में ममेरा भाई साहिल और चचेरा भाई अमन परिवार सहित रहते थे। साहिल भी टेलर का काम करते थे, जबकि 17 वर्षीय अमन दसवीं कक्षा में पढ़ता था। शुक्रवार रात चारों एक ही कमरे में सो रहे थे। साथ वाले कमरे में परिजन सो रहे थे। रात करीब सवा 12 बजे परिजनों ने कमरे से धुआं निकलता हुआ देखा। उन्होंने पुलिस और दमकल विभाग को सूचना देकर आग बुझाने की कोशिश शुरू की, लेकिन आग तेजी से फैल गई।
शोर सुनकर आस-पड़ोस के लोग भी पहुंच गए। आग इतनी भीषण थी कि कमरे में सो रहे चारों लोग चारपाई से उठ भी नहीं सके। परिजनों ने पड़ोसियों की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़ा, लेकिन तब तक चारों की मौत हो चुकी थी। सूचना मिलने के कुछ देर बाद पहुंची पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने चारों के शव अस्पताल भेजे।
सभी मृतकों का गुरुग्राम में ही होगा अंतिम संस्कार
मृतकों के पिता शकूर मियां ने बताया कि सभी मृतकों का अंतिम संस्कार वहीं किया जायेगा। घटना की सूचना स्थानीय अंचलाधिकारी व पुलिस को भी दी गयी है।
दस वर्षों से परिवार के लोग रह रहे हैं गुरुग्राम में
मृतकों के पिता शकूर मियां ने बताया कि वे खुद पांच भाई हैं और उनके अधिकतर परिजन गुरुग्राम में ही पिछले दस वर्षों से अलग-अलग जगह रह कर काम करते हैं। घटना की सूचना वहां रह रहे अन्य परिजनों ने उन्हें देर रात दी। बताया गया कि शॉर्ट-सर्किट के कारण आग लगी है।
आग के आगे बेबस हुआ पिता, बेटे को नहीं बचा सका
दस दिनों पूर्व हरियाणा के गुरुग्राम के लिए निकले नूर आलम (27) ने यह कल्पना भी नहीं की होगी कि यह यात्रा उसकी अंतिम यात्रा साबित होगी। शुक्रवार की रात गुरुग्राम स्थित आवास में आग लगने की घटना में उसकी जान चली गयी। इस घटना में उसके सगे भाई मुश्ताक आलम (28) और चचेरे भाई अमन (17) व मामा के लड़के साहिल (22) भी जिंदा जल गए। गुरुग्राम के सरस्वती एन्क्लेव में रहने वाले मृतक मो.अमन के पिता मो.मफीज को दुख है कि आग के आगे बस नहीं चला नहीं तो सभी को बचा लेते।
इस घटना की खबर मिलते ही उनके पैतृक गांव घोड़ासहन थाना क्षेत्र के लौखान खैरवा टोला के लोग स्तब्ध रह गए। घर के कमाऊ लड़कों के साथ ऐसी भयानक त्रासदी की कल्पना किसी ने भी नहीं की थी। आनन-फानन में नूर व मुश्ताक आलम की मां रोबैशा खातून एक अन्य बेटे मुन्ना के साथ शनिवार को तड़के गुरुग्राम के लिए निकल गयीं। घटना से हर कोई सदमे में है।
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