IND vs NZ Pune Test: बेंगलुरु के बाद पुणे में भी टीम इंडिया की साख दांव पर है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक न्यूजीलैंड ने स्कोर बोर्ड पर 5 विकेट खोकर 198 रन लगा दिए हैं। कीवी टीम की कुल बढ़त 300 रन को पार कर चुकी है। दूसरे टेस्ट में न्यूजीलैंड के पास भारत की सरजमीं पर इतिहास रचने का मौका है, तो कप्तान रोहित शर्मा के ऊपर 4,302 दिन से चली आ रही टीम इंडिया की बादशाहत को बरकरार रखने की जिम्मेदारी।
एमसीए के मैदान पर अब क्रिकेट के खेल में साख का सवाल है। कीवी टीम उस कारनामा को अंजाम देना चाहती है, जो 1955 से आजतक नहीं हो सका है। वहीं, न्यूजीलैंड के अरमानों पर पानी फेरने के लिए भारतीय टीम को 16 साल पुराना इतिहास दोहराना होगा।
दरअसल, टीम इंडिया ने अपनी सरजमीं पर 4,302 दिन से कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं हारी है। आखिरी बार इंग्लैंड ने भारत को उसी की धरती पर साल 2012 में पटखनी दी थी। इस बात को 12 साल हो चुके हैं और इन 12 सालों में दुनिया की बड़ी से बड़ी टीम भी टीम इंडिया के घर में हरा नहीं सकी है। हालांकि, पुणे टेस्ट में न्यूजीलैंड ने अपना शिकंजा कस लिया है। पहली पारी के आधार पर 103 रन की बढ़त लेने के बाद दूसरी इनिंग में भी कीवी बल्लेबाजों ने लगभग 200 रन का आंकड़ा छू लिया है।
मेहमान टीम की कुल लीड 301 रन की हो चुकी है और अभी न्यूजीलैंड के पांच विकेट बाकी हैं। भारतीय टीम टेस्ट के तीसरे दिन सबसे पहले कीवी टीम की दूसरी पारी को जल्द से जल्द समेटने की कोशिश करेगी। मगर 350 से प्लस का कोई भी टारगेट हासिल करना बहुत मुश्किल होगा। गौर करने वाली बात यह भी है कि अभी टेस्ट मैच के तीन दिन भी बचे हुए हैं। बता दें कि न्यूजीलैंड आजतक भारत की सरजमीं पर कोई भी टेस्ट सीरीज नहीं जीत सकी है।
टीम इंडिया को पुणे टेस्ट मैच को जीतने के लिए अब 16 साल पुराना इतिहास दोहराना होगा। दरअसल, टीम इंडिया ने चौथी पारी में 300 से ज्यादा का स्कोर सफलतापूर्वक साल 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ चेज किया था। इसके बाद से भारत की सरजमीं पर कोई भी टीम 300 से ज्यादा के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत नहीं दर्ज कर सकी है। अब अगर भारतीय टीम को 16 साल पुराना इतिहास दोहराना है, तो इसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी विराट कोहली और रोहित शर्मा को उठानी होगी। वहीं, ऋषभ पंत, सरफराज खान, शुभमन गिल जैसे बल्लेबाजों को वो गाबा वाला प्रदर्शन पुणे में करके दिखाना होगा।
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